हैदराबाद :तेलंगाना में निजामाबाद जिले के बोधन कस्बे में रविवार को शिवाजी की प्रतिमा लगाने को लेकर दो गुटों में झड़प हो गई. मामले को तूल पकड़ता देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और संघर्षरत समूहों को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने सोमवार को बताया कि बोधन कस्बे में हालात शांतिपूर्ण हैं. पुलिस ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में चार मामले दर्ज किए गए हैं और पथराव में शामिल 12 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक समूह ने शनिवार को छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा बोधन कस्बे के एक चौराहे पर स्थापित कर दी, जिसका दूसरे समूह ने विरोध किया. उन्होंने बताया कि इसे लेकर रविवार को दोनों समूहों ने अलग-अलग प्रदर्शन किया और एक-दूसरे पर पथराव किया. दोनों समूहों को वहां से भगाने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस का एक कांस्टेबल इस पथराव में घायल हो गया है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोधन कस्बे में हालात सामान्य और नियंत्रण में हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नाकेबंदी करके गश्त बढ़ा दी गई है. अधिकारी ने बताया कि कस्बे में रविवार को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा सोमवार को भी जारी रही और इसमें विस्तार करने या इसे समाप्त करने पर फैसला हालात को ध्यान तें रखते हुए लिया जाएगा. पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में कुछ हिंदू संगठनों ने बोधन कस्बे में बंद आहूत किया. अधिकारी ने बताया कि बंद के मद्देनजर 213 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया था.