बीजापुर: नक्सलियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) ने 108 पन्नें का बुकलेट (Booklet) जारी किया है. दिसंबर 2000 से अगस्त 2021 तक नक्सलियों को हुए नफे और नुकसान का आंकड़ा जारी किया गया है. नक्सलवादियों द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 20 सालों में मुठभेड़ के साथ हादसों और बीमारियों से 4739 नक्सलियों की मौत हुई है.
20 सालों में 4031 हमले शामिल
मारे गए नक्सलियों में 909 महिला, 16 सीसी मेंबर 44 एसएससी, एसजेडसी, एससी मेंबर, 9 आरसी मेंबर और 168 जेसी, डीवीसी और डीसी मेंबर शामिल है. नक्सलियों की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 20 सालों में अब तक कुल 4,031 छोटे-बड़े हमले जवानों पर किए गए. 108 पेज के बुकलेट में नक्सलियों ने पिछले 20 वर्षों में 3,054 जवानों को मारने 3,672 जवानों को घायल और 3,222 हथियार लूटने और 1,55,356 कारतूस लूटने का बुकलेट में दावा किया है.
सात राज्यों में एंबुश
नक्सलियों ने देश के अलग-अलग राज्यों में हुई कई बड़ी घटनाओं का जिक्र इस बुकलेट में किया है. छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जवानों को एंबुश में फंसाया है. 20 से ज्यादा बड़े एंबुश नक्सलियों ने प्लान किए थे. नक्सलियों की बनाई रणनीति में इन सभी एंबुश में कई जवानों की शहादत हुई है. हालांकि कई जगह नक्सलियों को भी थोड़े बहुत नुकसान झेलने पड़े थे.
सबसे बड़े एंबुश
- मिनपा
- जीरागुड़ेम
- सारंडा -2
- नवाटोला
- ऑपरेशन विकास मदनवेड़ा
- सनबाइल एंबुश
- ताड़मेटला
- टेकलगुड़ा
- टाहाकवाड़ा
- कसलपाड़
- बुरकापाल
- उरपलमेटा
- धरधारिया
- डुमरीनाला