नई दिल्ली :भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण ने शनिवार को उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आर वी रवींद्रन की पुस्तक 'एनोमलीज इन लॉ एंड जस्टिस' का विमोचन किया. इस पुस्तक में सरल शब्दों में कानून की विभिन्न कमियों को दूर करने की आवश्यकता बताई गई है.
भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) ने कहा कि पुस्तक एक आम आदमी को यह समझाने का एक प्रयास है कि कानून और कानूनी व्यवस्था अभी भी विकसित हो रही है और लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को हल करने के लिए और अधिक महत्वपूर्ण सोच की आवश्यकता है. उन्होंने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रवींद्रन की प्रशंसा की और कहा कि वह कानून के शासन के प्रति गहरी प्रतिबद्धता, न्यायपालिका की स्वतंत्रता में दृढ़ विश्वास, नैतिकता की गहरी भावना और विद्वता का एक मिश्रण थे.
सीजेआई ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से, न्यायमूर्ति रवींद्रन सरल शब्दों में, कानून में विभिन्न कमियों को दूर करने की आवश्यकता बताते हैं, ताकि आम आदमी न्यायपालिका और कानूनी व्यवस्था में विश्वास न खोए.