नई दिल्ली :तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा जिन 11 लोगों की मौत हुई है उनका परिचय इस प्रकार है.
ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर (Brigadier L S Lidder) :उन्हें दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरएफ) में शामिल किया गया था. ब्रिगेडियर लिद्दर ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के साथ जेएकेआरएफ की एक बटालियन की कमान संभाली थी. उन्होंने भारत की उत्तरी सीमाओं पर एक ब्रिगेड की कमान भी संभाली.
उन्होंने सैन्य संचालन निदेशालय में निदेशक के रूप में कार्य किया. ब्रिगेडियर लिद्दर जनवरी 2021 से सीडीएस के रक्षा सहायक थे. उन्हें मेजर जनरल रैंक देने को मंजूरी दी जा चुकी थी. उन्हें एक डिविजन का प्रभार संभालना था. ब्रिगेडियर लिद्दर के परिवार में पत्नी गीतिका लिद्दर और बेटी आशना लिद्दर है. उनका जन्म 26 जून 1969 को हुआ था.
लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह (Lt Col Harjinder Singh) : 17 अप्रैल, 1978 को जन्मे सिंह को सितंबर 2001 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था. उन्होंने गोरखा राइफल्स रेजिमेंट में रहते हुए देश के उत्तर-पूर्व में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भी काम किया.
लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह ने सिक्किम स्काउट्स के साथ-साथ कोर मुख्यालय में एक स्टाफ अधिकारी के रूप में कार्य किया. उन्होंने देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में प्रशिक्षक के रूप में भी सेवाएं दीं. उनके परिवार में पत्नी मेजर (रिटायर्ड) एग्नेस पी मेनेजेस और बेटी प्रीत कौर हैं.
हवलदार सतपाल राय (Havildar Satpal Rai) : राय गोरखा राइफल्स रेजिमेंट का हिस्सा थे. वह मार्च 2002 में भारतीय सेना में भर्ती हुए. उन्होंने सियाचिन, नौशेरा, नगालैंड और साथ ही मणिपुर में भी सेवाएं दी. उनका बेटा पिछले एक साल से उसी यूनिट में सेवारत है, जहां वह कार्यरत थे.
नायक गुरुसेवक सिंह (Naik Gurusevak Singh) :वह पैरा स्पेशल फोर्सेज का हिस्सा थे. वह मार्च 2004 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे. नायक सिंह ने लद्दाख के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में भी अपनी सेवाएं दीं. वह विध्वंस विशेषज्ञ और हथियार रहित युद्ध और करीब से होने वाली लड़ाई लड़ने में भी माहिर थे.
लांस नायक विवेक कुमार (Lance Naik Vivek Kumar) : वह पैरा स्पेशल फोर्सेज का हिस्सा थे. वह दिसंबर 2012 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ चीन सीमा पर भी सेवाएं दीं. लांस नायक कुमार 'कॉम्बैट फ्री फॉल' के विशेषज्ञ थे. वह संचार विशेषज्ञ होने के साथ-साथ हथियार रहित युद्ध में भी माहिर थे.
लांस नायक जितेंद्र कुमार ( Lance Naik Jitender Kumar) : लांस नायक पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे. वह मार्च 2011 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे. उन्होंने भारत-पाक सीमा पर रेगिस्तानी इलाकों में सेवाएं दीं. उन्होंने पिथौरागढ़ और जम्मू-कश्मीर के पास एलएसी पर भी काम किया. वह एक विशेषज्ञ स्नाइपर और संचार युद्ध के माहिर थे.