रांची: चाचा-भतीजा के बीच जारी पारिवारिक विवाद थमने का नहीं ले रहा है. यही वजह है कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भी दो भाग में बंटा लोजपा के अंदर कोई सुलह का रास्ता नहीं निकल सकेगा. यह बात हम नहीं बल्कि झारखंड दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कही.
उन्होंने कहा कि एक समय था कि हम तीनों भाई आदर्श माने जाते थे मगर दो भाई के स्वर्गीय होते ही परिवार के साथ साथ पार्टी भी बिखर गई. अपनी पार्टी लोजपा को असली बताते हुए पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान पर हमला बोलते हुए उन्हें एनडीए विरोधी बताया. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राजस्थान सहित देश के पांच राज्यों में चिराग पासवान ने उम्मीदवार खड़ा किया था जिसके उम्मीदवार को नोटा से भी कम वोट आए थे. ऐसे में किसी के एनडीए में होने की बात कह देने से नहीं होगा.
लोजपा को एकजुट होने की संभावना से इनकार करते हुए पशुपति कुमार पारस ने कहा कि यह संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लोजपा एनडीए के साथ है और पूरी ताकत के साथ चुनाव में सहयोग करने के लिए तैयार है. झारखंड में लोजपा अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगी. विधानसभा चुनाव के वक्त मिल बैठकर सीटों को तय किया जाएगा.
8 समन भेजे जाने के बाद क्यों नहीं ईडी के पास जाते हेमंत सोरेन:केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि आप निर्दोष हैं तो क्यों नहीं ईडी के समक्ष जाते हैं. ईडी के द्वारा अब तक मुख्यमंत्री को आठ समन भेजा जा चुका है. मुख्यमंत्री को चाहिए कि ईडी के पास जाकर अपना पक्ष जरूर रखें. इसी तरह बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद को ईडी के द्वारा नोटिस भेजा जा रहा है.
उन्होंने ईडी की कार्रवाई के पीछे कोई राजनीतिक साजिश से इनकार करते हुए कहा कि यह बात कहकर आप अपनी कमियों को छिपा नहीं सकते. पिछले 9 सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में जितने भी कैबिनेट के मंत्री रहे हैं या हैं उन पर एक भी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं यही दर्शाता है कि प्रधानमंत्री की क्या सोच है.
राहुल की न्याय यात्रा का नहीं मिलेगा कोई लाभ:कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा की आलोचना करते हुए पशुपति कुमार पारस ने कहा कि इससे पहले भी राहुल गांधी यात्रा पर निकाले थे. उस यात्रा का क्या हश्र हुआ यह सब कोई जानता है. एक तरफ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं वहीं दूसरी तरफ यदि उनका मुकाबला राहुल गांधी से कराया जाए तो क्या यह उचित होगा. यह न्याय यात्रा पिछले यात्रा की तरह बेकार साबित होगी क्योंकि जनता ने समझ लिया है कि देश का विकास नरेंद्र मोदी से ही हो सकता है.