श्रीनगर : लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने एक बार फिर स्थानीय लोगों को इलाके में मवेशी चराने से रोक दिया है. ये दावा न्योमा क्षेत्र की पूर्व भाजपा पार्षद उर्गैन चोडोन (BDC Urgain Chodon) ने शुक्रवार को किया.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें कथित तौर पर चीनी सैनिकों को पशुओं के झुंड के पीछे भागते हुए देखा जा सकता है. चोडोन सिंधु नदी की एक सहायक नदी सेंगे जंगबू के तट पर स्थित एक गांव कोयल में रहती हैं, जो भारत और चीन के बीच लद्दाख के हिमालयी क्षेत्र को विभाजित करता है.
चोडोन ने ट्वीट किया कि जनवरी में, पीएलए के सैनिक भारतीय क्षेत्र में आए और वे हमारे पशुओं के झुंड को हमारे अपने क्षेत्र में ही नहीं चरने दे रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जब यह हो रहा था, भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जब एक चरवाहे ने अपनी आजीविका (याक) वापस पाने के लिए अनिर्धारित सीमा पार करने की कोशिश की, तो भारतीय सेना ने उसे हमारे ही क्षेत्र से पकड़ लिया और उसे एक पुलिस स्टेशन भेज दिया.