बीजिंग (चीन) :चीन की जीरो-कोविड नीति और इसके छिटपुट लॉकडाउन बहुराष्ट्रीय कंपनियों को वहां से अपना कारोबार समेटने के लिए विवश कर रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में यूरोपीय संघ चैंबर ऑफ कॉमर्स की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है. फाइनेंशियल पोस्ट ने बताया कि हाल ही में, सितंबर में, यूरोपीय संघ के चैंबर ऑफ कॉमर्स ने एक रिपोर्ट जारी की थी कि चीन के बारे में कुछ अनुमान नहीं लगाया जा सकता, साथ ही उसकी विश्न कम विश्वसनीय और कम कुशल हो गया है.
जिसके परिणामस्वरूप कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने परिचालन को चीन से बाहर अन्य बाजारों में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही हैं. यूरोपियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के सर्वेक्षण के अनुसार, 50 प्रतिशत पश्चिमी फर्मों ने बताया कि चीन में व्यापार पहले के वर्षों की तुलना में 2021 में अधिक राजनीतिकरण हो गया है. यूरोपीय कंपनियां चीन में निवेश नहीं कर रही हैं. वे बाजार में अपनी स्थिति का पुनर्मूल्यांकन कर रही है. साथ ही इस बात का इंतजार कर ही हैं कि यह अनिश्चितता कब तक जारी रहेगी. कई भविष्य की परियोजनाओं के लिए अन्य गंतव्यों की ओर देख रहे हैं.
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फाइनेंशियल टाइम्स ने यूरोपीय चैंबर के उपाध्यक्ष बेटिना शोएन-बेहानजिन के हवाले से कहा. फाइनेंशियल पोस्ट के अनुसार, 2022 में, चीन से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के स्थानांतरण से पता चलता है कि विश्वास में गिरावट आई है. 3 अक्टूबर को, अमेरिकी टेक दिग्गज Google (स्थानीय समय) ने घोषणा की कि वह देश में कम उपयोग का हवाला देते हुए, चीन में Google अनुवाद सेवा को बंद कर रहा है. द हिल द्वारा उद्धृत एक बयान में Google ने कहा कि हम चीन में Google अनुवाद को कम उपयोग के कारण बंद कर रहे हैं. इससे पहले, कई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि अनुवाद सेवा का हांगकांग संस्करण वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के बिना क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है.