नई दिल्ली : मुंबई हमले (26/11) में शामिल आतंकी साजिद मीर पर भारत और चीन आमने-सामने आ गए हैं. एक ओर चीन ने जहां साजिद को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर रोक लगा दी, वहीं दूसरी ओर भारत ने साजिद मीर का एक ऑडियो संयुक्त राष्ट्र की बैठक के दौरान पूरी दुनिया को सुना दिया. अमेरिका ने साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था. भारत इसका सह-प्रस्तावक था.
चीन द्वारा इस प्रस्ताव को रोके जाने पर यूएन असेंबली में भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने आतंकी साजिद मीर का ऑडियो सबको सुनाया. वैसे, इससे पहले भारत ने आठ अक्टूबर 2022 को भी इस ऑडियो को प्ले किया था. तब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएनएससी की बैठक में इस आतंकी का ऑडियो क्लिप सबको सुनाया था. बैठक मुंबई में थी. इस ऑडियो में वह कह रहा है, 'जहां भी मूवमेंट दिखे, जहां भी लोग हों वहा फायर ठोको.'
भारतीय अधिकारी ने पूरे मामले पर यूएन में कड़ी प्रतिक्रिया दी. भारत ने कहा, 'ग्लोबल सेंक्शन रेजिम में कुछ न कुछ गंभीर खामियां जरूर हैं. अगर हम घोषित आतंकियों पर ऐसे ही ढुलमुल रवैया अपनाते रहे, तो कभी भी सफलता नहीं मिलेगी.' प्रकाश गुप्ता ने साजिद मीर का ऑडियो चलाया. इसमें साजिद मीर को सुना जा सकता है कि वह किस तरह से मुंबई हमलों के दौरान लगातार निर्देश दे रहा था. गुप्ता ने कहा कि भारतीय कानून ने साजिद मीर को बहुत पहले ही प्रतिबंधित कर दिया था.
उन्होंने कहा कि 15 साल बीत गए, लेकिन हमले के जिम्मेवार आतंकियों को न्याय के कटघरे में खड़ा नहीं किया जा सका. इस मामले पर दोहरा रवैया अपनाना या फिर गुड या बैड कैटेगरी में आतंकियों को डालना बहुत ही घातक है. आतंकी गतिविधि, आतंकी गतिविधि है. अगर कोई इस पर भी जस्टिफिकेशन दे, तो उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता है.
यहां पर आपको बता दें कि यह वही आतंकी है, जिसको लेकर पाकिस्तान बार-बार अपना स्टैंड बदलता रहा है. कभी पाकिस्तान ने इसे मृत घोषित कर दिया था. फिर उसने कहा कि उसे 15 साल जेल की सजा सुना दी गई है. यह सब तब हुआ, जब पाकिस्तान पर लगातार दबाव बना रहा. मीडिया की खबरों के मुताबिक वह पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का सहयोगी है. हेडली अमेरिकी जेल में बंद है.