हांगकांग :सैन्यवादी चीन (Militaristic China) बैलिस्टिक मिसाइलों की बड़े पैमाने पर तैनाती (deployment of ballistic missiles) को प्राथमिकता दे रहा है. देश ने गुप्त रूप से परमाणु हथियारों में सक्षम एक विशाल मिसाइल साइलो फील्ड (missile silo fields) को तैयार किया है. इसके अलावा चीन परमाणु उत्पादन (nuclear production ) में भी तेजी लाया है और नई छोटी दूरी की मिसाइल तैनात किए हैं.
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स (People's Liberation Army) चीन के बैलिस्टिक-मिसाइल शस्त्रागार (China's ballistic-missile arsenal) को नियंत्रित करता है और इसमें वर्तमान में निर्माणाधीन विशाल साइलो फील्ड शामिल हैं, जहां से इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (intercontinental ballistic missiles) लॉन्च किया जा सकता है.
अब तक ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (open-source intelligence) ने चीन के अंदर तीन बड़े मिसाइल साइलो साइटों की खोज की है.
मिडिलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (Middlebury Institute of International Studies) में जेम्स मार्टिन सेंटर फॉर नॉन-प्रोलिफरेशन स्टडीज (James Martin Center for Non-proliferation Studies) ने जून के अंत में गोबी रेगिस्तान (Gobi Desert) में युमेन के पास साइलो के पहले इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल क्षेत्र का पता लगाया.
फिर जुलाई में फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (Federation of American Scientists) के मैट कोर्डा और हैंस क्रिस्टेंसन (Matt Korda and Hans Kristensen ) ने पूर्वी झिंजियांग में हामी के पास 110 मिसाइल साइलो के खोज की घोषणा की.
12 अगस्त को नवीनतम चीन एयरोस्पेस स्टडीज इंस्टीट्यूट (China Aerospace Studies Institute) का खुलासा रोडरिक ली (Roderick Lee ) द्वारा किया गया था, जिन्होंने मंगोलिया में हैंगगिन में तीसरे साइलो क्षेत्र का खुलासा किया था.
अन्य दो के समान ग्रिड लेआउट (grid layout) पर निर्माण मई के मध्य तक शुरू हो गया था. सैटेलाइट इमेजरी ने कुल 29 संभावित साइलो के साथ दो क्लस्टर दिखाए.
ली ने अनुमान लगाया कि साइट में कम से कम 30-36 साइलो होंगे. युमेन और हमी की तुलना में हैंगगिन बैनर साइट (Hanggin Banner site) के लाभ ग्राउंड-आधारित फाइबर-ऑप्टिक संचार नोड्स (ground-based fibre-optic communications nodes) से इसकी निकटता हैं, और ताइबाई काउंटी, बाओजी में PLARF के केंद्रीय वारहेड हैंडलिंग (PLARF's central warhead handling) और स्टोरेज सुविधा के लिए इसकी दूरी कम है.
हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि हर नए साइलो में वास्तव में एक DF-41 इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल होगा.
वास्तविक रूप से DF-41 में प्रति मिसाइल छह से अधिक परमाणु हथियार शामिल होने की संभावना नहीं है. हालांकि, अगर प्रत्येक साइलो में DF-41 होता है, तो चीन की इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चरों की अनुमानित सूची संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा सक्रिय रूप से तैनात माइन्यूटमैन III आईसीबीएम (Minuteman-III ICBM) के बराबर होगी.
इसके अलावा पीएलए के पास पनडुब्बियों पर परमाणु मिसाइलें हैं और एच -6 बमवर्षकों और जिन्हें भविष्य के एच -20 स्टील्थ बॉम्बर (stealth bomber) पर ले जाया गया है.
इन साइलो खोजों ने हाल के वर्षों में चीनी सामरिक परमाणु बलों (Chinese strategic nuclear forces) के तेजी से विस्तार के बारे में अमेरिकी सेना की ओर इशारा किया है. कई लोगों ने पेंटागन के आकलन पर संदेह किया, लेकिन इसके विवरण अच्छी तरह से और सही मायने में सही साबित हुए हैं.
यूएस स्ट्रैटेजिक कमांड (STRATCOM) के प्रमुख एडमिरल चार्ल्स ए रिचर्ड (Admiral Charles A. Richard) ने इस महीने की शुरुआत में अलबामा के हंट्सविले में अंतरिक्ष और मिसाइल रक्षा संगोष्ठी में चेतावनी दी थी.
उन्होंने कहा कि चीन ने DF-41 ICBM शस्त्रागार के विस्तार को एक रहस्योद्घाटन द्वारा प्रबलित किया गया है. चाइना न्यूक्लियर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन ग्रुप कॉर्पोरेशन लिमिटेड (China Nuclear Engineering and Construction Group Corporation Limited ) ने पिछले साल की तुलना चार गुना विस्तार किया है.
राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी ने 18 अगस्त को बताया कि उसे इस साल अब तक सैन्य अनुबंधों के तहत CNY17.2 बिलियन (USD2.65 बिलियन) रकम मिली.
चीन परमाणु इंजीनियरिंग और निर्माण दोनों नागरिक और सैन्य परमाणु परियोजनाओं (civil and military nuclear projects) में शामिल है. इसकी सैन्य इंजीनियरिंग शाखा ने मई में साल-दर-साल 332.4 फीसदी और जून में 302.2 फीसदी की वृद्धि हासिल की.