हैदराबाद: देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक दिन में संक्रमितों का आंकड़ा रिकॉर्ड 4.12 लाख के पार पहुंच गया है. एक दिन में इतने मामले दुनियाभर में किसी भी देश में नहीं आए. चिंता की बात ये है कि हर बीतते रोज के साथ संक्रमितों के साथ मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में सबसे बड़ा डर है बच्चों में फैलता कोरोना संक्रमणा.
बच्चे हो रहे कोरोना का शिकार
बीते साल कोरोना की पहली लहर के दौरान हर उम्र के लोग संक्रमण की चपेट में आए लेकिन बच्चों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा था. पर इस बार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बच्चों को भी चपेट में ले रही है. इस बार नवजात शिशुओं से लेकर 5 से 10 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चे भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं जो सबसे ज्यादा डराने वाली बात है. डॉक्टरों की राय थी कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है जिसकी वजह से उन्हें वायरस ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाया था. ऐसे में सवाल है कि इस साल ऐसा क्या हुआ कि बच्चे भी कोरोना का शिकार हो रहे हैं.
कई राज्यों में बड़ी तादाद में बच्चे हो रहे संक्रमित
कोरोना संक्रमण के कारण इस साल दुनिया के कई और देशों में भी बच्चों में संक्रमण बढ़ा लेकिन इस साल कोरोना की दूसरी लहर सबसे ज्यादा भारत पर कहर बरपा रही है. ऐसे में देश के कई राज्यों में बच्चों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े डराने वाले हैं.
i) तमिलनाडु
देश के सबसे दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में 4 मई 2021 तक 44,921 मरीज ऐसे थे जिनकी उम्र 0 से 12 साल के बीच थी. तमिलनाडु में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. गुरुवार 6 मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक तमिलनाडु में बीते 24 घंटे में 23,310 नए मामले सामने आए और इस दौरान 167 मरीजों की कोरोना से मौत हुई. तमिलनाडु में कुल मरीजों की तादाद 12,72,602 पहुंच गई है, जिनमें से 1,28,311 एक्टिव केस हैं जबकि अब तक कुल 14,779 लोगों की मौत हो चुकी है.
ii) कर्नाटक
कर्नाटक में 29 मार्च 2021 तक 0 से 9 साल तक की उम्र के 27,674 बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए. वैसे मौजूदा कोरोना की लहर में कर्नाटक में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बुधवार 5 मई को कर्नाटक में 24 घंटे के दौरान 50 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए, जो राज्य में अब तक एक दिन में आए सबसे ज्यादा मामले हैं. इस दौरान 346 मरीजों की मौत भी हुई. कर्नाटक में कुल 4 लाख 87 हजार 288 सक्रिय मामले हैं जबकि कुल संक्रमितों की संख्या 17 लाख 41 हजार के पार पहुंच चुकी है. कर्नाटक में अब तक कोरोना से कुल 16,884 लोगों की जान गई है.
iii) महाराष्ट्र
कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा कहर इस बार भी महाराष्ट्र पर टूटा है और इस लहर में बच्चे भी संक्रमण की चपेट में आए हैं. आंकड़ों के मुताबिक इस साल 0 से 10 वर्ष तक के 20,200 बच्चे संक्रमित हुए. इनमें से जनवरी में 2000, फरवरी में 2700 और मार्च से 15500 बच्चे कोरोना पॉजीटिव हुए.
महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 57,640 नए केस सामने आए हैं जबकि इस दौरान 920 लोगों की मौत हुई. राज्य में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 48,80,542 पहुंच गया है, जिनमें से 6,41,910 एक्टिव केस हैं. महाराष्ट्र में अब तक कुल 72,662 लोगों की जान गई है.
iv) हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में बीते 17 अप्रैल तक 0 से 10 साल के 2025 बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. हिमाचल प्रदेश एक छोटा पहाड़ी राज्य है जिसकी आबादी करीब 70 लाख है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में यहां भी संक्रमण तेजी से फैला है. बुधवार को हिमाचल में 3842 मामले सामने आए, जबकि 32 लोगों की मौत हुई. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1,14,787 पहुंच गया है जिनमें से 25,902 एक्टिव केस हैं. हिमाचल में कोरोना की वजह से अब तक 1692 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
नवजातों पर सबसे बड़ा खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता व्यस्कों के मुकाबले अधिक होती है लेकिन सबसे बड़ा खतरा एक साल से कम उम्र के शिशुओं पर है, ऐसा उनके अपरिपक्त इम्यून सिस्टम और छोटे वायुमार्गों की वजह से है. जिसके चलते संक्रमण होने पर सांस लेने में ज्यादा समस्या आती है. नवजात बच्चे जन्म के समय या डिलीवरी के बाद देखभाल करने वालों के संपर्क में आने से संक्रमित हो सकते हैं.
बच्चों में लक्षण दिखे तो हो जाओ सावधान !