पश्चिमी चंपारण: बिहार के बेतिया में धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसे साफ सुना जा सकता है कि वो नवजात शिशु की खरीद-फरोख्त कर रहा है. डॉक्टर किसी तीसरे का व्यक्ति का हवाला देकर सामने वाले से ऊंची रकम की डिमांड करना चाहता है. इस वीडियो से साफ समझ में आता है कि बच्चों को किसी के द्वारा चुराया गया होगा, फिर उसे ऐसे ही डॉक्टरों के माध्यम से बेचा जाता है.
ये भी पढ़ें-Youth Shot in Chapra: छपरा में अपराधियों ने युवक को मारी गोली, वारदात की वजह तलाश रही पुलिस
वीडियो में क्या है: वायरल वीडियो देखकर आपके होश उड़ जाएंगे. भला उस नवजात बच्चे का क्या दोष जिसे उसकी मां से अलग कर दिया गया. पैसे की खातिर ये हैवान डॉक्टर मां और ममता तक का सौदा करने से पीछे नहीं हैं. वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स कुर्सी पर बैठा है. शक्ल से डॉक्टर समझ में आ रहा है. जैसे ही वो शख्स बच्चे की बात छेड़ता है तो वो किसी तीसरे व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए कहता है कि- 'वो तो पैसा कम ही नहीं कर रहा है'
4 लाख रुपए में कर रहा था सौदा: डॉक्टर के सामने बैठा शख्स अधीर होकर बोलता है कि लड़का ठीक तो है न? वो तुरंत ही उसका उत्तर मोबाइल निकालते हुए देता है, कहता है कि 'लड़का बिल्कुल एकदम स्वस्थ है. पैदा होते ही ढाई किलो का था. बच्चा एकदम नॉर्मल है. सामान्य बच्चों की तरह है. कल रात ही जन्म लिया है. इसकी कीमत चार लाख रुपए है.'
हैवान डॉक्टर की ऐसे खुली पोल: जो डॉक्टर वीडियो में दिख रहा है उसके बारे में बताया जा रहा है कि बेतिया के इंद्रा चौक के एक निजी क्लिनिक 'नीतू सर्जिकल केयर' का एक डॉक्टर है. उसका नाम प्रमोद कुमार है. इसके पहले भी ये डॉक्टर एक बच्चे को बेच चुका है. उसका बखान भी खुद ये हैवान अपने ही वायरल वीडियो में करता सुना और देखा जा सकता है. वायरल वीडियो में भी इस अस्पताल के नाम को डॉक्टर के लेटर पैड पर देखा जा सकता है. जब मोबाइल पर बच्चे की फोटो दिखा रहा है तो उसके हाथ के नीचे रखे लेटर पैड पर 'नीतू सर्जिकल केयर' साफ देखा जा सकता है.
एक्शन में स्वास्थ्य विभाग: जैसे ही वीडियो पब्लिक डोमेन में आया अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. जिले के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है. बेतिया एसपी और डीएम सहित थानाध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि वीडियो में दिख रहे डॉक्टर की पहचान कर उसपर एक्शन लिया जाए. संबंधी नर्सिंग होम और डॉक्टर को 24 घंटे के अंदर कार्रवाई की जाए. ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.