बेंगलुरु : भीख मांगना भी 'धंधा' बन गया है (begging). ज्यादा भीख पाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है. केंद्रीय अपराथ शाखा पुलिस (CCB police) ने लोगों की सहानुभूति का फायदा उठाकर भीख मांग रहे बच्चों और महिलाओं समेत कुल 31 लोगों को पकड़ा है. उन्हें महिला और बच्चों के अनाथालय को सौंप दिया गया है.
सीसीबी एसीपी रीना सुवर्णा के नेतृत्व में एक टीम ने बस, रेलवे स्टेशनों, सिग्नल और धार्मिक केंद्रों के सामने बच्चों के साथ भीख मांग रहे लोगों पर एक ऑपरेशन चलाया. 10 महिलाओं और 21 बच्चों समेत कुल 31 लोगों को हिरासत में लिया गया है. सीसीबी ने 9 नवंबर को ऑपरेशन चलाया था (begging mafia in Bangalore).
लोगों की दया का फायदा उठाते हैं :इस संबंध में बार-बार जागरूक किया जाता है कि धार्मिक केंद्रों या सड़कों पर भीख मांगने वाले भिखारियों की मदद नहीं करनी चाहिए, लेकिन लोग इंसानियत की मदद कर रहे हैं ऐसा सोचकर कुछ रुपये देने से नहीं चूकते. इससे भीख मांगने का चलन बढ़ा है. कुछ लोग दूसरे बच्चों को गोद में लेकर हमदर्दी की भीख मांग रहे हैं. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तर भारत के कई अन्य राज्यों से वे भीख के धंधे में सक्रिय पाए गए.
हिरासत में ली गई 10 महिलाओं से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि बच्चे को लेकर भीख मांगने वाली महिलाएं असली मां नहीं हैं. जांच के दौरान यह पता चला कि वह कुछ ने बच्चे किराए पर लिए थे, तो कोई तस्करी कर बच्चे को लाई थी. बच्चों को सुबह-सुबह शराब पिलाई जाती थी, ताकि वह दिनभर सोते रहें.