बांकाःबिहार के बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के बभनगामा गांव में आम तोड़ने को लेकर एक बालक की पिटाई से मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है. बालक का शव पोस्टमॉर्टम के बाद गुरुवार की शाम उसके घर पहुंचा, जहां मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर शव को मुख्य मार्ग पर रखकर अमरपुर बांका मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. जाम की वजह से दोनों ओर छोटी व बड़ी वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं. मृतक के परिजन हत्यारे की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करने लगे.
Bihar Crime: एक आम की कीमत बच्चे की जान! बांका में नाबालिग की पीट-पीटकर हत्या - Child beaten to death over mango dispute
बिहार के बांका में एक बच्चे को आम तोड़ने की ऐसी सजा मिला कि उसने दुनिया ही छोड़ दी. दरअसल आम तोड़ने के विवाद में बच्चे की जमकर पिटाई की गई थी, बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बालक की मौत के बाद घर में मातमी सन्नाटा पसरा है.
हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांगःजाम की सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष विनोद कुमार और दारोगा खुर्शीद आलम पुलिस बलों के साथ जामस्थल पर पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. करीब एक घंटे के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया तब जाकर यातायात को सुचारू रूप से चालू कराया गया. मृतक की मां ने बताया कि मृतक दो भाई एक बहन है. मृतक का बड़ा भाई भोला कुमार (12) वर्ष और छोटी बहन दुर्गा कुमारी लगभग चार वर्ष की है. इनके पिता दिव्यांग हैं और आईसक्रीम बेचकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. छोटा बेटा बासुकी कुमार गांव के प्राथमिक विधालय में कक्षा तीन में पढ़ता था.
"दो बेटा एक बेटी है, छोटका बेटा को मार दिया, आम लेने को लेकर विवाद हुआ था. बगीचे में गया था आम लेने उसी बाच नितेश कुमार ने बुरी तरह उसको मारा. फिर हमलोग इलाज के लिए ले गए लेकिन नहीं बचा"-मृतक की मां
मायागंज अस्पताल में हुई बच्चे की मौतः दरअसल मंगलवार को बभनगामा गांव के स्थित एक बगीचे में रूपेश मंडल का आठ वर्षीय पुत्र बासुकी कुमार आम तोड़ने गया था, तभी एक पेड़ के नीचे गिरा हुआ आम बासुकी ने उठा लिया. तभी विश्वम्भरचक गांव निवासी संजय मंडल के चौदह वर्षीय नितेश कुमार ने बालक से आम छिनने का प्रयास किया. आम छिनने के क्रम में नितेश कुमार ने बासुकी की बुरी तरह से पिटाई कर दी, जिससे वो गंभीर रुप से घायल हो गया. गंभीर स्थिति में परिजन ने बालक को उपचार के लिए अमरपुर शहर के रेफरल अस्पताल लाए जहां से डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद मायागंज भागलपुर रेफर कर दिया. मायागंज में इलाज के दौरान गुरूवार को बच्चे की मौत हो गई.