चिक्कमगलुरु: शहर में लव जिहाद के आरोप का मामला पिछले दो दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसा ही एक मामला चिक्कमगलुरु में सामने आया. आरोप है कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दो अलग- अलग समुदाय के युवक- युवती की शादी में लव जिहाद के नाम पर बाधा पहुंचा रहे थे.
युवती की ओर से कहा गया, 'हम तीन साल से एक-दूसरे के प्यार करते हैं. दोनों शादी करने के लिए तैयार हैं. वे लोग कौन होते हैं हमसे पूछने और शादी रोकने वाले.' प्रेमियों ने हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के खिलाफ नाराजगी जताई. दसरल्ली के गांव लक्षीपुरा के रहने वाले दंपति जाफर और चैत्र शुक्रवार को मीडिया के सामने आए. चैत्र ने आरोप लगाया, 'जब मेरी शादी होने वाली थी, तो उन्होंने मुझे घसीटा, मेरे साथ बदतमीजी की और मेरे पति के साथ मारपीट की.' युवती ने यह भी गंभीर आरोप लगाया कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने उसके पति को यह कहते हुए पीटा कि 'तुम्हें एक हिंदू लड़की चाहिए, तुम्हें एक एससी लड़की चाहिए.'
युवती चैत्र ने कहा, 'पुलिस ने मुझे घर नहीं भेजा क्योंकि संगठनों से खतरा था. उन्होंने मुझे घर भेजने के बजाय केयर सेंटर भेज दिया. पुलिस ने आरोपित कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया है. हमारे साथ मारपीट और गाली-गलौज के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, हमें इंसाफ चाहिए. जो लोग शादी को रोकने के लिए आए थे.' उसने मांग की कि आरोपियों को दंडित किया जाना चाहिए.