देहरादून:चंपावत उपचुनाव जीतने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को विधानसभा सदस्य के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने सीएम धामी को विधायक पद की शपथ दिलाई. सीएम पुष्कर सिंह धामी का शपथ ग्रहण समारोह प्रकाश पंत भवन स्थित सभागार में दोपहर 1 बजे शुरू हुआ.
मुख्यमंत्री के बाद बने विधानसभा के सदस्यः विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा 47 सीटों पर प्रचंड बहुमत की जीत हासिल थी, इसके बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा से चुनाव हार गए थे. धामी को कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने चुनाव में करारी शिकस्त दी थी. वहीं, चुनाव में धामी की हार के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खूब सियासी कयासबाजी चली थी, लेकिन भाजपा ने आखिरकार युवा चेहरे पुष्कर धामी पर ही अपना दांव खेला. हारने के बाद भी भाजपा ने पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया. इसके बाद सीएम धामी ने चंपावत सीट से उपचुनाव लड़ा और एक बड़ी जीत हासिल कर विधानसभा से सदस्य बने. उन्होंने कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को रिकॉर्ड 55025 वोटों से हराकर एक बड़ी जीत हासिल की.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को विधानसभा सदस्य के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. ये भी पढ़ेंः
मसूरी पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, ज्वॉइंट सिविल मिलिट्री ट्रेनिंग प्रोग्राम का करेंगे शुभारंभ शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को 2025 तक देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे. 2025 में जब उत्तराखंड राज्य अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मनाएगा, उस समय हम हर क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता ने उन पर जो भरोसा जताया है, उसके अनुरूप उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए वो पूरी क्षमता एवं ऊर्जा से कार्य करेंगे. जन सहभागिता से उत्तराखंड का समग्र विकास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति करे, यह सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है. 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास' पर हम सब आगे बढ़ेंगे.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, आज उनके साथ प्रदेश के हर व्यक्ति ने प्रदेश के विकास के लिए संकल्प लिया है. यह विकल्प रहित संकल्प है. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य अन्त्योदय के मार्ग पर चलना है. प्रदेश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकार 'सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि' के मंत्र पर कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि, दृष्टिपत्र में जनता से किये वादों को गंभीरता से पूरा किया जा रहा है. नई सरकार के गठन के बाद पहली कैबिनेट में ही हम राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में आगे बढ़े, इसके लिए समिति का गठन किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि देवभूमि आध्यात्म एवं संस्कृति का केन्द्र तो है ही, साथ ही वीरों की भूमि भी है.