हैदराबाद : भारत के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना (Chief Justice of India N.V. Ramna ) ने बृहस्पतिवार को टीका निर्माता कंपनी भारत बायोटेक के प्रबंध निदेशक कृष्णा एला (Krishna Ella, managing director of Bharat Biotech ) और कई अन्य लोगों को उनकी मेधावी सेवाओं के लिए डॉ. रामिनेनी फाउंडेशन पुरस्कार (Dr. Ramineni Foundation Award ) प्रदान किए.
मुख्य न्यायाधीश ने बृहस्पतिवार रात पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि तेलुगु भाषी लोगों में अपनी महान उपलब्धियों के बावजूद साथी तेलुगु लोगों को कम आंकने की प्रवृत्ति है. उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रथा या 'गुलामी की मानसिकता' को त्याग दिया जाना चाहिए.
मुख्य न्यायाधीश ने भारत बायोटेक के कोविड-रोधी टीके 'कोवैक्सीन' और इसके निर्माण के लिये कंपनी के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि एक ओर विभिन्न अध्ययनों में कहा गया है कि स्वदेशी रूप से निर्मित कोवैक्सीन प्रभावी है, तो कई लोगों ने इसकी इसलिये आलोचना की क्योंकि इसे देश में बनाया गया था. कुछ ने इसके खिलाफ डब्ल्यूएचओ से शिकायत की थी.