नई दिल्ली :सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश और वकील आज सुबह उस समय हैरान रह गए जब मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ अपनी दो पालक बेटियों के साथ अदालत पहुंचे और उन्हें अदालत कक्ष और अपने कक्ष का दौरा दिया. सुबह 10 बजे कोर्ट परिसर पहुंचने के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ सार्वजनिक दीर्घा से अपनी दिव्यांग बेटियों के साथ कोर्ट रूम में दाखिल हुए. इसके बाद वह दोनों को कमरा नंबर 1 में CJI कोर्ट ले गए और दिखाया कि कोर्ट कैसे काम करता है. प्रधान न्यायाधीश ने अपनी बेटियों माही (16) और प्रियंका (20) को दिखाया कि जज कहां बैठते हैं और वकील कहां से बहस करते हैं.
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अदालत के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बाद में न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ अपनी बेटियों को अपने कार्यालय का भ्रमण कराने के लिए अपने कक्ष में ले गए. सूत्रों के मुताबिक, जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपनी बेटियों द्वारा सुप्रीम कोर्ट देखने की इच्छा जताने के बाद उन्हें कोर्ट ले जाने का फैसला किया. जस्टिस चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर को पद संभाला था और दो साल तक इस पद पर रहेंगे.
बता दें कि जस्टिस चंद्रचूड़ अयोध्या भूमि विवाद, समलैंगिकता के अपराधीकरण, व्यभिचार, गोपनीयता, सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश आदि पर ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे हैं. जस्टिस चंद्रचूड़ ने बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस की है. उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली से अर्थशास्त्र में ऑनर्स के साथ बीए पास किया और कैंपस लॉ सेंटर, दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की.