G20 Dinner Invitation: खड़गे को जी20 डिनर में न बुलाने पर चिदंबरम बोले- ऐसा उन देशों में संभव जहां लोकतंत्र या विपक्ष नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जी-20 के रात्रीभोज में आमंत्रित न करने पर कांग्रेस के नेता इस बात पर बात नाराज है. पी चिदंबरम ने इशारों इशारों में लोकतंत्र खत्म होंने की बात कही है.
नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जी-20 रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किये जाने पर सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि ऐसा केवल उन देशों में हो सकता है जहां कोई लोकतंत्र नहीं है. या कोई विरोध नहीं. चिदंबरम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत उस स्थिति में नहीं पहुंच गया है जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी प्रमुख और राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे को जी-20 रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भारत की 60 फीसदी आबादी के नेता को महत्व नहीं देती. ब्रसेल्स प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत करते हुए गांधी ने कहा कि सरकार की कार्रवाई उसकी सोच के बारे में बताती है.
एक्स पर एक पोस्ट में, चिदंबरम ने कहा, 'मैं कल्पना नहीं कर सकता कि किसी अन्य लोकतांत्रिक देश की सरकार विश्व नेताओं के लिए राजकीय रात्रिभोज में विपक्ष के मान्यता प्राप्त नेता को आमंत्रित नहीं करेगी. यह केवल उन देशों में हो सकता है जहां कोई लोकतंत्र नहीं है या कोई विपक्ष नहीं है. उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि इंडिया, यानी भारत, उस स्थिति में नहीं पहुंच गया है जहां लोकतंत्र और विपक्ष का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को विश्व नेताओं के जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में रात्रिभोज की मेजबानी करेंगी.
जी-20 डिनर में 20 देशो के राष्ट्रअध्यक्ष और प्रधानमंत्री शामिल होंगे. इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डिनर का आयोजन किया है. जिसमें देश के दिग्गज नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है. डिनर लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष का नाम गायब होने से कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी केंद्र सरकार पर हमला बोल चुके हैं उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य जनक है असहमति का सम्मान होना चाहिए. लोकतंत्र में विपक्ष का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है, ऐसे में उनको नहीं बुलाया जाना लोकतंत्र पर हमला है.