सक्ती/कटक :छत्तीसगढ़ से तीर्थ यात्रियों का जत्था तमिलनाडु के रामेश्वरम तीर्थ में दर्शन के लिए अपने पूरे परिवार से साथ गया था.लेकिन तीर्थ यात्रा पर गए परिवारवालों को नहीं पता था कि,उनकी तीर्थ यात्रा का दुखद अंत होगा.दर्शन करने के बाद दो बसों में सवार परिवार ओडिशा होते हुए वापस छत्तीसगढ़ लौट रहे थे.तभी कटक जिले के पास मगोली नाका में दोनों बसों को रोका गया.इसके बाद कुछ लोगों ने बस ड्राइवर से टोल टैक्स मांगा.लेकिन ड्राइवर ने पूरे रास्ते का टोल पहले ही दे दिए जाने की बात कही.इसके बाद बस में सवार लोगों ने भी टोल देने से इनकार किया.
टोल नहीं देने पर मारपीट :जैसे ही लोगों ने टोल टैक्स देने से मना किया.वैसे ही 20 से 30 लोगों ने बसों को घेर लिया और बस में घुसकर बस में सवार लोगों को लाठी और डंडे से खूब पीटा. इस पिटाई में आरोपियों ने बच्चों और महिलाओं को भी नहीं बख्शा.बच्चों और महिलाओं को भी गंभीर चोटें आई हैं.मारपीट के कारण कुछ लोग बस से निकलकर भागने लगे.लेकिन बदमाशों ने उन्हें भी डंडों से पीटा. बताया जा रहा है कि मारपीट की घटना के बाद तीर्थयात्री पुलिस थाने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने किसी की भी मदद नहीं की. घटना की रात से सभी पीड़ित थाने में बैठे रहे .इस घटना का वीडियो ट्विटर पर भी खूब शेयर किया जा रहा है. बीजेपी के पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल ने इसे शेयर कर ओडिशा जिला प्रशासन ने मदद मांगी है. इस घटना में करीब 11 लोग घायल हुए हैं.
अवैध उगाही का विरोध करने पर मारपीट :बस में बैठे यात्री से फोन पर सक्ती के ईटीवी भारत संवाददाता ने बात की. यात्री ने बताया कि '' मंगलवार शाम की घटना है. बस जब कटक जिले के मंगोली नाका के पहुंची तो बस को रोका गया.नाका पर बैठे बदमाशों ने बस कंडक्टर से पैसे मांगे. बस कंडक्टर ने उसे जो शुल्क बनता है दे दिया. लेकिन नाका में बैठे व्यक्ति ने और अधिक शुल्क लगेगा कहकर बस को रोक दिया. बस ड्राइवर ने बस खड़ी कर दी. तेज गर्मी में कुछ यात्री बस से उतरे और नाका पर बैठे व्यक्ति से निवेदन किया की बस को जाने दे जो अतिरिक्त पैसा है वो हम दे देंगे. यात्री की बात सुनकर नाका में बैठे बदमाशों ने उससे गाली गलौज कर मारपीट शुरू कर दी. कुछ ही देर में 10 से 15 लोग लाठी डंडा लेकर मौके पर पहुंच गए. मानो पहले से तैयारी हो और यात्रियों की पिटाई शुरू कर दी. बस में ज्यादातर बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष थे. जिन्हे गंभीर चोटें आई हैं.पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.''