रायपुर:छत्तीसगढ़एडीजी जीपी सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके आदेश गृह विभाग ने जारी किए हैं. बीते दिनों एसीबी ने जीपी सिंह और उनके सहयोगियों के 15 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है.
IPS जीपी सिंह के ठिकानों पर गुरुवार से शुरू हुई ACB(Anti Corruption Bureau) की कार्रवाई अब भी जारी है. अब तक की कार्रवाई में 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है. 2 किलो सोना समेत 16 लाख रुपए कैश भी बरामद किए गए हैं. ACB जल्द ही पूरी रकम का खुलासा कर सकती है.
IPS जीपी सिंह पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई
छत्तीसगढ़ पुलिस महकमे में 1 जुलाई गुरुवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया था, जब अपने ही पूर्व अधिकारी पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और EOW (economic offences wing)ने कार्रवाई शुरू कर दी. छत्तीसगढ़ के सीनियर IPS गुरजिंदर पाल सिंह पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके घर समेत 15 अन्य ठिकानों पर छापा मारा. जिनमें उनके कई करीबी भी शामिल थे. ACB और EOW की टीम गुरुवार सुबह 6 बजे IPS जीपी सिंह के घर पहुंची. इसके साथ ही उनके अलग-अलग 15 ठिकानों पर भी छापा मारा गया. छापेमारी में सोने चांदी के जेवरात, बीमा पॉलिसी, इन्वेस्टमेंट के कागजात सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. इनमें करोड़ों रुपए के लेनदेन का भी उल्लेख किया गया है.
IPS जीपी सिंह के घर पर लगे CCTV कैमरे की डीवीआर गायब, करोड़ों के अवैध लेन-देन का हुआ है खुलासा
कब क्या-क्या हुआ
- गुरुवार सुबह 6 बजे ACB और EOW की टीम IPS के घर पहुंची.
- रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में भी IPS जीपी सिंह के ठिकानों पर धावा बोला गया.
- गुरुवार शाम तक जांच के बाद IPS पर FIR दर्ज की गई.
- शुक्रवार को 5 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ.
- शनिवार को 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा.
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लगातार मिल रही थी शिकायत
जीपी सिंह के खिलाफ आर्थिक अपराध ब्यूरो के कार्यकाल के दौरान डरा-धमकाकर अवैध वसूली के जरिए आय से अधिक संपत्ति रखने की शिकायत मिल रही थी. जिसके आधार पर जांच शुरू की गई. अब तक 10 करोड़ से ज्यादा के अवैध लेनदेन का खुलासा हुआ है. रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव और ओडिशा राज्य में बेनामी संपत्तियां अर्जित करने की पुष्टि हुई है.
IPS जीपी सिंह के करोड़ों के अवैध लेन-देन का खुलासा, FIR दर्ज
जांच के दौरान इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि जीपी सिंह ने अलग-अलग जगहों पर करोड़ों की अनुपातहीन अवैध संपति अर्जित की है. उन्होंने कई बड़े लेन-देन किए हैं. शेल कंपनियों में निवेश करके मनी लॉन्ड्रिंग का प्रयास भी किया है. जीपी सिंह पर एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau, ACB) और इकॉनॉमिक ऑफेंस विंग (Economic Offenses Wing, EoW) ने शिकंजा कसा.
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1994 बैच के IPS हैं जीपी सिंह
गुरजिंदर पाल सिंह 1994 बैच के IPS हैं. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में SP भी रह चुके हैं. इसके अलावा बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर जिले के IGP भी रह चुके हैं. जीपी सिंह EOW और एंटी करप्शन ब्यूरो के मुखिया भी रह चुके हैं. सरकार ने उन्हें ACB से हटाकर पुलिस अकादमी में पदस्थ किया था.
अब तक की कार्रवाई की बड़ी बातें-
- आईपीएस जीपी सिंह के निवास पर लगे सीसीटीवी के डीवीआर गायब.
- 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति का एसीबी ने किया खुलासा.
- जीपी सिंह के पास से जब्त दस्तावेजों की भी ACB कर रही पड़ताल.
- जीपी सिंह के द्वारा करोड़ों रुपए के लेनदेन और इन्वेस्टमेंट का खुलासा.
- गुरजिंदर पाल सिंह (ips gp singh), उनकी पत्नी और बेटे के नाम पर 75 से भी अधिक बीमा संबंधी दस्तावेज मिले हैं.
- इनमें प्रीमियम के रूप में लाखों रुपए का भुगतान किया जाना पता चला है.
- बैंकों और डाकघरों में कई खातों की जानकारी मिली है, जिसकी गणना भी की जा रही है.
- अब तक की जांच में पता चला है कि शेयर और म्यूचुअल फंड में बड़ी राशि का निवेश किया गया है.
- अब तक की जांच में पोस्ट ऑफिस में विभिन्न सावधि जमा के कई खाते पाए गए हैं.
- परिजनों के नाम पर हाईवा, जेसीबी, कंक्रीट मिक्सचर वाहन समेत लाखों के सामान को खरीदने की जानकारी मिली है.
- अब तक की जांच में जमीन, मकान और फ्लैट में राज्य और बाहर बड़ी मात्रा में निवेश की जानकारी मिली है.
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