भोपाल।भारत की सरजमीं पर 70 साल बाद चीते आ रहे हैं. 17 सितंबर को ये अफ्रीकन चीते मध्यप्रदेश आ जाएंगे. चीतों को खाली पेट भारत लाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन पर कूनो नेशनल पार्क में तीन चीतों को बाड़े में छोड़कर देश को समर्पित करेंगे. 16 सिंतबर को एक स्पेशल फ्लाइट से 8 चीते, जिसमें 5 मादा और 3 नर हैं, इसमें दो सगे भाई हैं. कूनो लाए जा रहे चीतों की उम्र ढाई से 6 साल के बीच है. नर चीते दो या दो से अधिक के ग्रुप में रहते हैं. नर चीतों के ग्रुप में एक साथ रखा जाएगा. हर मादा चीता अलग-अलग बाड़ों में रखी जाएंगी. बड़े बाड़ों में माहौल सही होने पर पहले नर चीतों को और उसके बाद मादा चीतों को खुले में छोड़ा जाएगा.
MP Cheetah Journey Photos 1. इस तस्वीर में चीते की पैनी नजर देख आप भी हैरान रह जाएंगे. कैसे ये चीता अपनी बड़ी बड़ी आखों से कैमरे की तरफ देख रहा है, जिसे कैमरे में कैद कर लिया गया है.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 2. चीता (Male) उम्र 5.5 वर्ष, चीता (Male) उम्र 5.5 वर्ष- ये दो मेल है और आपस में भाई हैं, जो जुलाई 2021 से नामीबिया के ओटजीवारोंगो के पास सीसीएफ के 58,000 हेक्टेयर के निजी रिजर्व में जंगली रह रहे हैं. ये नर शावक जीवनभर साथ रहते हैं और मिलकर शिकार करते हैं. इनकी तस्वीरें देख आप भी हो जाएंगे रोमांचित.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 3.चीता (Male) उम्र 4.5 वर्ष- मार्च 2018 में एरिंडी प्राइवेट गेम रिजर्व में पैदा हुआ ये मेल चीता है. इसकी मां का जन्म भी एरिनिडी रिजर्व में हुआ था.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 4.चीता फीमेल उम्र 2 वर्ष- दक्षिण-पूर्वी नामीबिया में गोबाबिस शहर के पास एक जलकुंड में अपने भाई के साथ मिली. दोनों बहुत दुबले-पतले और कुपोषित हैं. सीसीएफ का मानना है कि उनकी मां की कुछ हफ्ते पहले मृत्यु हो गई थी. यह चीता सितंबर 2020 से सीसीएफ सेंटर में रह रहा है.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 5.चीता फीमेल उम्र 3-4 वर्ष- जुलाई 2022 में CCF के पड़ोसी फार्म पर एक जाल पिंजरे में कैद मादा जंगली मादा, जिसका स्वामित्व नामीबिया के एक प्रमुख व्यवसायी के पास है. उसे सीसीएफ की संपत्ति पर छोड़ दिया गया था, लेकिन दो महीने बाद फिर से उसी पड़ोसी खेत में पकड़ा गया.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 6.चीता फीमेल 2.5 वर्ष
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 7. फीमेल चीता महिला 5 वर्ष : कुछ खेत श्रमिकों द्वारा 2017 के अंत में नामीबिया के गोबाबिस के पास एक खेत में मादा चीता पाई गई. वह दुबली और कुपोषित थी. कार्यकर्ताओं ने उसे पाला. जनवरी 2018 में, CCF स्टाफ ने जानवर के बारे में जाना और उसे CCF केंद्र ले ग.।
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 8.फीमेल चीता - उम्र 5 वर्ष : सीसीएफ स्टाफ ने इस चीते को फरवरी 2019 में कामंजाब गांव के पास नामीबिया के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित एक खेत से उठाया. आने के बाद से, वह 4 फीमेल चीतों की सबसे अच्छी दोस्त बन गई.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 9.भारत में 1952 में प्रजातियों को विलुप्त घोषित किया गया था. भारत ने देश के भीतर कई स्थानों पर चीतों को वापस करने की प्रतिबद्धता जताई है. पहला मध्य प्रदेश में कुनो राष्ट्रीय उद्यान है.
नामीबिया से कुनो तक चीतों की यात्रा की तस्वीरें 10. राष्ट्रीय कूनों पालपुर अभयारण्य में आने वाले चीतों को लेकर इलाके के लोग बेहद खुश हैं. कल तक जिस इलाके में कोई जाना तक पसंद नहीं करता था. चीते आने से पहले उस इलाके में बड़े-बड़े उद्योगपतियों से लेकर विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री तक आने लगे हैं.