नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज के खिलाफ 200 करोड़ रुपये के पीएमएलए मामले में कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े दूसरे पूरक आरोपपत्र से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु मिले हैं. ईडी ने मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए पिछले साल चंद्रशेखर और जैकलीन को साथ में बैठाकर पूछताछ की थी. ईडी ने पहले दोनों से अपना परिचय देने को कहा, जिस पर चंद्रशेखर और जैकलीन ने अपना नाम बताया. ईडी ने दूसरा सवाल पूछा कि वे एक-दूसरे को कैसे जानते थे. इस पर, जैकलीन ने कहा कि वे फरवरी 2021 से फोन पर बात कर रहे थे, लेकिन उन्होंने पिछले साल अगस्त के बाद एक-दूसरे से बात नहीं की.
अभिनेत्री ने यह भी कहा कि वह जून 2021 में चेन्नई में दो बार चंद्रशेखर से मिली थीं. चंद्रशेखर ने भी पुष्टि की कि जैकलीन ने जो कहा वह सही था. ईडी ने चंद्रशेखर से तीसरा सवाल पूछा कि उन्होंने जैकलीन से अपना परिचय कैसे दिया? चंद्रशेखर ने कहा कि उन्होंने जैकलीन से कहा कि वह शेखर हैं. फर्नांडीज ने अपने जवाब में कहा कि चंद्रशेखर ने सन टीवी के मालिक होने का दावा करते हुए खुद को शेखर रत्न वेला के रूप में पेश किया था. उन्होंने यह भी कहा कि वह दिवंगत नेता जयललिता के भतीजे हैं.
पढ़ें: 200 करोड़ की ठगी का मामला, ईडी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज को बनाया आरोपी
ईडी ने चौथा सवाल पूछा कि उन्होंने पहली बार कब बात की. इस पर जैकलीन ने कहा कि जनवरी 2021 के आखिरी सप्ताह में. हालांकि चंद्रशेखर ने कहा कि पहली बार बात दिसंबर 2020 में हुई थी. ईडी ने तब चंद्रशेखर से पूछा कि क्या उन्होंने जैकलीन की बहन गेराल्डिन फर्नांडीज के लिए बीएमडब्ल्यू कार खरीदी है. जहां जैकलीन ने इससे इनकार किया, वहीं चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हें याद नहीं है. छठे सवाल में ईडी ने चंद्रशेखर से पूछा कि क्या उसने बहरीन में जैकलीन के माता-पिता के लिए कार खरीदी थी? चंद्रशेखर ने फिर कहा कि वह याद नहीं कर पा रहे हैं, जबकि जैकलीन ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों के लिए कोई कार नहीं खरीदी गई है.