नई दिल्ली : सेना में जवानों की भर्ती के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं. ये बदलाव अग्निवीरों के लिए अच्छे होंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 50 फीसदी अग्निवारों को स्थायी किया जा सकता है. अभी यह सीमा 25 फीसदी है. साथ ही भर्ती संबंधित उम्र सीमा भी बढ़ाई जा सकती है.
बहाली के लिए अभी न्यूनतम उम्र सीमा 17.5 साल और अधिकतम आयु 21 साल है. इस आयु सीमा को बढ़ाकर 23 साल किया जा सकता है. सेना ने इस तरह का एक प्रस्ताव सरकार के पास भेजा है.
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक सरकार इस तरह के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है. अग्निपथ योजना के तहत थल सेना, नौसेना और वायु सेना में भर्ती की जाती है. 2026 तक पौने दो लाख अग्निवीरों की बहाली होनी है. पिछले साल 40 हजार अग्निवीरों की बहाली हुई थी.
कोविड के समय भर्तियां बंद कर दी गई थीं. कोविड से पहले जवानों की भर्तियां रेगुलर होती थीं. करीब 80 हजार जवानों की भर्तियां एक साल में होती थीं. अब एक बार फिर से भर्ती की संख्या बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेना में डेढ़ लाख जवानों की कमी है. साथ ही प्रत्येक साल जवान रिटायर भी हो रहे हैं. इसलिए सेना में जवानों की संख्या का बेहतर संतुलन बना रहे, इसके लिए जरूरी है कि बहाली पर्याप्त संख्या में हो. इसलिए भर्ती की संख्या बढ़ाने को कहा गया है.
जहां तक अधिकतम आयु सीमा बढ़ाने के पीछे की बात है, तो तर्क यह है कि सेना को कुछ तकनीशियंस की जरूरत होती है. उसके लिए आईटीआई या फिर डिप्लोमा जैसे कोर्स जरूरी होते हैं. 23 साल तक उम्र कर देने से इस कैटेगरी में विकल्प बढ़ जाएंगे. इसके पहले भी रेगुलर बहाली के समय अधिकतम आयु सीमा 23 साल ही थी.