रायपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के छत्तीसगढ़ दौरे में बदलाव हुआ है. आठ सितंबर के बजाय मल्लिकार्जुन खड़गे सात सितंबर को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. गुरुवार को मल्लिकार्जुन खड़गे सबसे पहले रायपुर पहुंचेंगे. वह सात सितंबर की शाम को रायपुर में आएंगे. उसके बाद खड़गे शाम में ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे. कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उसके बाद वह रात में रायपुर में आराम करेंगे.
Mallikarjun Kharge Visit To Chhattisgarh: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के छत्तीसगढ़ दौरे में बदलाव, आठ सितंबर की जगह सात सितंबर को खड़गे आएंगे रायपुर, लेंगे कई बैठकें - जांजगीर चांपा में भरोसे का सम्मेलन
Mallikarjun Kharge Visit To Chhattisgarh: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरे को लेकर बड़ी खबर आ रही है. आठ सितंबर के बजाय कांग्रेस सुप्रीमो सात सितंबर को रायपुर आएंगे. उसके बाद कांग्रेस नेताओं के साथ वह मीटिंग करेंगे. फिर आठ सितंबर को खड़गे राजनांदगांव में भरोसे के सम्मेलन को संबोधित करेंगे Congress President Mallikarjun Kharge
Published : Sep 6, 2023, 9:59 PM IST
8 सितंबर को राजनांदगांव में खड़गे की सभा (Kharge meeting in Rajnandgaon): कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गेकी सभा आठ सितंबर को राजनांदगांव में है. यहां पर कांग्रेस पार्टी ने भरोसे का सम्मेलन आयोजित किया है. इस सम्मेलन में खड़गे जनता को संबोधित करेंगे. मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरे को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. जांजगीर चांपा में भरोसे का सम्मेलन करने के बाद कांग्रेस अब बीजेपी के गढ़ को टारगेट कर रही है. इस क्रम में राजनांदगांव जो रमन सिंह का विधानसभा क्षेत्र माना जाता है. यहां वह सभा कर बीजेपी के किले में सेंध लगाने की तैयारी कर रही है.
कांग्रेस के नेताओं को सौंपी गई जिलेवार जिम्मेदारी: 7 सितंबर को छत्तीसगढ़ कांग्रेस भारत जोड़ो यात्राएवं सम्मेलन करने जा रही है. इस आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने जिलेवार प्रभारी की नियुक्ति भी की है. वही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है. कांग्रेस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि 7 सितम्बर 2022 को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा का शुभारंभ किया था. जो भारत के किसी भी राजनेता द्वारा अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा है. उस यात्रा के 1 साल पूरे होने पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.