नई दिल्ली/श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए दुनिया के अनेक नेताओं के बधाई संदेशों पर बृहस्पतिवार को धन्यवाद ज्ञापित किया. मोदी ने कहा कि विज्ञान ने भारत के लिए चंद्रमा के एक दुर्गम हिस्से में पहुंचना संभव बनाया है.मोदी ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर-सम्मेलन में अपने संक्षिप्त बयान में कहा, "मुझे कल से सभी के बधाई संदेश मिल रहे हैं. दुनियाभर में इस उपलब्धि को केवल एक देश की नहीं, बल्कि पूरी मानवता की सफलता के तौर पर देखा जा रहा है."
पीएम मोदी ने कहा "यह पूरी दुनिया की ओर से भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई देने का अवसर है." चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ न केवल भारत के लिए, बल्कि इस विश्व के वैज्ञानिक समुदाय के लिए भी बड़ी उपलब्धि है. मोदी ने कहा, "इस क्षेत्र में उतरने की अब तक कोई कोशिश नहीं हुई थी जहां पहुंचने का लक्ष्य भारत ने तय किया था. भारत का प्रयास सफल रहा है. विज्ञान ने हमें दुर्गम हिस्से तक जाने में सक्षम बनाया. यह अपने आप में विज्ञान और वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि है."
पढ़ें :Chandrayaan-3 : चंद्रमा पर फतह के दिन ओडिशा में जन्मे बच्चों का नाम 'चंद्रयान' रखा गया
जम्मू कश्मीर के एलजी ने दी बधाई :जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पूरे देश के लिए गौरव का पल है. रिपोर्टरों से बात करते हुए उन्होनें कहा, "146 करोड़ देश के नागरिकों, वैज्ञानिकों और प्रधानमंत्री मोदी को बधाई." उन्होंने आगे कहा, "विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर में, जनता के बीच बहुत उत्साह था. हमारे जी20 थीम के अनुसार, यह (चंद्रयान -3) पूरी दुनिया के लाभ के लिए है. यह अंतरिक्ष मिशन भारत द्वारा शुरू किया गया है, न कि केवल हमारे लिए."
उन्होंने कहा, "विश्व भर के 120 देशों में हमारा टीका भेजा गया". चंद्रयान-3 बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, अमेरिका, चीन के अलावा सोवियत संघ ने भी पृथ्वी के उपग्रह पर कदम रखा है. हालांकि, कोई भी दक्षिणी ध्रुव तक स्थित नहीं हुआ. देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम और मानव दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. अब यह गड्ढों और चट्टानों का पता लगाएगा, महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र करेगा और तस्वीरें लेगा जिन्हें अध्ययन के लिए पृथ्वी पर वापस भेजा जाएगा. मिट्टी की रासायनिक संरचना की जांच करने और चंद्रमा की सतह पर मौजूद खनिजों की पहचान करने के लिए, प्रज्ञान वैज्ञानिक उपकरणों के दो टुकड़े ले जा रहा है.
एकस्ट्रा इनपुट-एजेंसी
पढ़ें :Chandrayaan-3 : चंद्रमा पर फतह के दिन ओडिशा में जन्मे बच्चों का नाम 'चंद्रयान' रखा गया