Chandrayaan-3 Mission: केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह बोले- 'भारत विश्व गुरु बनने की क्षमता रखता है' - स्पेस एंड साइंस टेक्नोलॉजी मंत्री
चंद्रयान-3 की चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग करना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. खासतौर पर भारत के स्पेस और साइंस टेक्नोलॉजी मंत्रालय के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है. स्पेस एंड साइंस टेक्नोलॉजी मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने इस बारे में ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना से बात की.
नई दिल्ली: चंद्रयान-3 की सफलता ने भारत के 140 करोड़ देशवासियों को एक गौरव का क्षण दिया है, जिसका इंतजार हर देशवासी सालों से कर रहे थे. इसके बारे में बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि लगातार कई बरसों से भारत इस मिशन पर काम कर रहा था और ये भारत के लिए बड़ी सफलता है. उन्होंने कहा कि हमारे चंद्रयान का चंद्रमा पर पहुंचना और वो भी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करना, एक बड़ी उपलब्धि है.
उन्होंने कहा कि भारत अब इस स्थिति में आ चुका है कि भारत में क्षमता भी है और प्रतिभा भी है और विश्व गुरु बनने की क्षमता भी है. आखिरी के वो 17 मिनट जो सभी देशवासियों के लिए काफी रोमांचक क्षण थे, उसमें केंद्रीय मंत्री भी काफी रोमांचित थे. हर देशवासी अपनी सांसे रोककर इंतजार कर रहा था. इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आखरी पल में जब लैंडिंग होती है, तो सतह पर आने से पहले ऊपर नीचे स्पीड होती है, जिसकी वजह से आखरी समय में सांसे थमी हुई थी.
उन्होंने कहा कि मगर ये काफी स्वाभाविक है. मगर जिस तरह से भारत में कम लागत में रात दिन एक कर मेहनत से ये सफलता हासिल की है, वो न देश के लिए बल्कि दूसरे देशों के लिए भी एक प्रमाण है. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी की शुरुआत को सफलता मिली. इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोशिश इस दिशा में बहुत लोगों ने की और भारत कई सालों से कोशिश कर रहा था.
उन्होंने कहा कि मगर सफलता लगातार मोदी जी की मेहनत और हमारे स्पेस से जुड़े तमाम वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और सरकार की तरफ से उन्हें बढ़ावा देने और प्रधानमंत्री की सहभागिता की वजह से मिली है. अब आगे के दिन थोड़े क्रूशियल जरूर हैं, मगर उसमें भी हमारे मिशन को सफलता हासिल होगी.
उन्होंने कहा कि इस मिशन की सफलता से हमारे देश को कई फायदे होंगे. मसलन इस क्षेत्र की पढ़ाई कर रहे छात्रों के भविष्य के लिए, ये एक मील का पत्थर साबित तो होगा ही साथ ही व्यापार और उद्योग से जुड़े लोगों को भी काफी फायदा होगा. दुनिया हमारी तरफ हमारी उपलब्धियों के लिए देखेगी और भारत विश्वगुरू एक दिन जरूर बनेगा.