आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण वैशाली:चंद्रशेखर आजाद रावण ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर राकेश पासवानके हत्यारे नहीं पकड़े गए तो मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा. उन्होंने सड़क पर उतरने की भी बात कही. वहीं आनंद मोहन को रिहा किए जाने का कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि इसके लिए PIL दाखिल किया गया है.
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'राकेश पासवान की हत्या से सवालों में बिहार की कानून व्यवस्था':भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने राकेश पासवान के हत्यारों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करने की सरकार से मांग की है. साथ ही घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और मुआवजे की भी मांग सहित हथियार का लाइसेंस देने की भी मांग की है. चंद्रशेखर पटना से लालगंज के पचदमिया स्थित राकेश पासवान के घर जाने के क्रम में हाजीपुर समाहरणालय पहुंचे थे. जहां उन्होंने प्रेस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राकेश पासवान की हत्या एक निर्मम हत्या है. यहां के कानून व्यवस्था पर एक सवालिया निशान खड़ा हुआ है.
"राकेश पासवान की निर्मम हत्या हुए 15 दिन हो गए हैं. अब तक मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ है. अगर उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे. हम लोग सड़क पर भी उतरेंगे. सरकार को इतने बड़े समाज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आनंद मोहन की रिहाई से बहुत निराशा हुई है जो फैसला लिया गया उसका मैं विरोध करता हूं हमने पीआईएल दाखिल किया है." - चंद्रशेखर आजाद रावण, संस्थापक, भीम आर्मी
'एक पूर्व विधायक का नाम ऐड करने की पुलिस से मांग की है': चंद्रशेखर ने कहा कि मैंने यहां के सीनियर अधिकारी से पूछा कि ऐसा क्या कारण है कि अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है, तो कहा गया कि हमने टीम लगाई हुई है लेकिन आरोपी बिहार की सीमा से बाहर है. जहां तक मैं जानता हूं पुलिस अगर अपनी पर आ जाए तो वह कहीं से भी अपराधी को पकड़ सकती है. पुलिस यहां लापरवाह हुई है, फेल हुई है, जिसके कारण से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. आगे चंद्रशेखर ने अपनी मांग रखते हुए कहा कि हम ने मांग की है कि परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए. पहले भी राकेश पासवान को धमकी दी गई थी जिसे उन्होंने बताया भी था. एक पूर्व विधायक का नाम ऐड करने के लिए भी पुलिस से मांग की गई है.
"दलितों के लिए काम करने वालों को चिह्नित करके टारगेट किया जा रहा है. इनके सहयोग से एमपी एमएलए बने बैठे हैं, वह इस परिवार के आंसू भी नहीं पोछ रहे हैं. सरकार को सोचना चाहिए कि दलित कितने सुरक्षित हैं? मैं अपने लोगों से कहना चाहूंगा कि हमें अपने सामाजिक व्यक्तित्व को बढ़ाना चाहिए. सरकार कोई भी फैसला करें कोई भी कार्य करें तो उनको याद रहे कि इतने बड़े समाज को नजरअंदाज नहीं किया जाए. आज दलित समाज को बिहार में नजरअंदाज किया जा रहा है."-चंद्रशेखर आजाद रावण, संस्थापक, भीम आर्मी
'आनंद मोहन की रिहाई दुखद फैसला': उन्होंने आगे कहा कि राकेश पासवान के हत्यारों को अगर जल्द से जल्द पकड़ा नहीं गया तो हमें मजबूरी में सड़कों पर उतरना होगा. पटना जाकर हम सीएम नीतीश का घेराव करेंगे. वहीं उन्होंने आनंद मोहन की रिहाई संबंधित पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि इससे बहुत निराशा हुई है. मुख्यमंत्री को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और इसको रोकना चाहिए.