चित्तूर :आंध्र प्रदेश के कुप्पम शहर में पुलिस ने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू को रोड शो करने और जनसभा को संबोधित करने की इजाजत नहीं दी. पुलिस ने उन्हें गुडीपल्ली में पार्टी कार्यालय जाने से रोक दिया. इस पर उन्होंने स्थानीय बस स्टैंड के पास सड़क पर बैठकर पुलिस के रवैये का विरोध किया.
इलाके के लोग भी इस बात से नाराज थे कि पुलिस चंद्रबाबू नायडू को गुड़ीपल्ली आने से पुलिस रोक रही है. चंद्रबाबू नायडू एक बस के ऊपर चढ़ गए और फिर लोगों को संबोधित किया. इस अवसर पर बोलते हुए चंद्रबाबू ने सीएम जगन और पुलिस के व्यवहार पर अत्यधिक रोष व्यक्त किया.
'पुलिस को गुलाम बनकर नहीं रहना चाहिए' : पूर्व मुख्यमंत्री की एक पुलिस अधिकारी से तीखी बहस हुई और उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने किस कानून के तहत आदेश जारी किया है. चंद्रबाबू नायडू ने पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि ' पुलिस को पुलिस की तरह व्यवहार करना चाहिए. गुलाम मत बनो. कानून के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन करो.' चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि 'पुलिस मुझे यहां से वापस भेजने की कोशिश कर रही हैं.. लेकिन मैं नहीं जाऊंगा. मैं तुम्हें यहां से भेजूंगा. तुम ही नहीं सीएम को भी तेलुगु लोगों की आवाज सुननी पड़ेगी. मेरी आवाज 5 करोड़ लोगों की है. जगन को यह याद रखना चाहिए इस तरह की अराजकता का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है.'
नायडू ने कहा कि ' मैं पुलिसवालों से सवाल करता हूं तो वह भाग जाते हैं.बिना कानून को लागू किए मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं.' नायडू ने पूछा कि क्या सीएम जगन ने राजामहेंद्रवरम में बैठक नहीं की? तो वह क्यों नहीं रोड शो कर सकते? क्या आपकी पार्टी के नेता रोड शो नहीं करते? जगन तुम्हारे लिए नियम दूसरे और मेरे लिए दूसरे. अगर पुलिस सभी पक्षों के साथ समान व्यवहार करेगी तो लोग सहयोग करेंगे. जो कोई भी कानून का उल्लंघन करता है वह दोषी है.
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