दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Chandigarh-Shimla NH दो दिन के लिए बंद, बारिश और लैंडस्लाइड के बाद ढह गई 50 मीटर सड़क

चंडीगढ़ को शिमला से जोड़ने वाला नेशनल हाइवे दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है. बारिश के बाद लैंडस्लाइड के कारण हाइवे को काफी नुकसान हुआ है. सोलन में हाइवे का लगभग 50 मीटर हिस्सा ढह गया है. जिसके बाद प्रशासन ने चंडीगढ़ और शिमला के बीच यात्रा करने वालों के लिए वैकल्पिक ट्रैफिक प्लान जारी किया है. पढ़ें पूरी ख़बर (Chandigarh Shimla NH)

Chandigarh-Shimla NH
Chandigarh-Shimla NH

By

Published : Aug 2, 2023, 8:20 PM IST

सोलन: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. प्रदेशभर में करीब 300 से ज्यादा सड़कें अभी भी बंद हैं. इस बीच बुधवार को हुई बारिश के कारण चंडीगढ़ और शिमला को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है. ये फोरलेन हाइवे सोलन में 50 मीटर के करीब ढह गया है.

दो दिन बंद रहेगा चंडीगढ़-शिमला NH- दरअसल मंगलवार देर रात 2.30 बजे सोलन में चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाइवे-5 पर चक्की मोड़ के पास लैंडस्लाइड हुआ था. जिसके कारण कई घंटों तक गाड़ियों की आवाजाही बंद रही. बुधवार दोपहर करीब 2 बजे हाइवे पर एक तरफ से छोटी गाड़ियो की आवाजाही शुरू की गई थी लेकिन फिर बारिश के बाद चक्की मोड़ के पास ही सड़क का एक हिस्सा ढह गया है. जिसके कारण एनएचएआई और जिला प्रशासन ने दो दिने के लिए इस हाइवे को बंद करने का फैसला लिया है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी इसी स्थान पर सड़क धंस गई थी और एनएच-5 प्रभावित हुआ था.

चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाइवे दो दिन के लिए बंद

अब 50 मीटर सड़क गायब- प्रशासन के मुताबिक चक्की मोड़ के पास सड़क का एक हिस्सा ढह गया है. लगभग 50 मीटर रोड ढह गई है. लगातार बारिश और लैंडस्लाइड के कारण यहां जमीन भी लगातार धंस रही है. जिसके बाद हाइवे को दो दिन बंद करने का फैसला लिया गया है. एनएच बन्द होने की वजह से सैकड़ों गाड़ियों की कतार लग गई. जिसके बाद एसपी सोलन गौरव सिंह ने वैकल्पिक ट्रैफिक प्लान जारी करते हुए लोगों से संपर्क मार्गों पर जाने की अपील की है. संपर्क मार्गों पर ट्रैफिक को डाइवर्ट करने से वहां भी ट्रैफिक जाम की स्थिति देखने को मिल रही है.

नेशनल हाइवे-5 पर लगा जाम

डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने बताया कि रोड पूरी तरह से धंसने और भूस्खलन होने के कारण रोड के ढहने की वजह से इसे 2 दिनों तक बंद रखा जाएगा. वहीं जो वैकल्पिक मार्ग ट्रैफिक को लेकर साझा किए गए हैं वहां से ही वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चलती रहेगी. फिलहाल एनएच पांच 2 दिनों तक पूरी तरह से अब बंद रहने वाला है.

लैंडस्लाइड के बाद सड़क पर आया मलबा

इन रूट्स का करें इस्तेमाल-नेशनल हाइवे-5 चंडीगढ़ और कालका को सोलन और शिमला से जोड़ता है. अब ये हाइवे बंद होने के कारण परवाणु से कसौली रोड़ होते हुए वाया जंगेषु शिमला पहुंचा जा सकता है. वहीं चंडीगढ़ से नालागढ़ आते हुए वाया कुनिहार शिमला पहुंच सकते हैं. लेकिन इस रोड़ पर सीमेंट के ट्रक चलते हैं जो वाहनों की रफ्तार को कम कर सकते हैं. चंडीगढ़ से शिमला जाने वाले भोजनगर वाया कुमारहट्टी होते हुए सोलन पहुंच सकते हैं. लेकिन इन सभी रास्तों में ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ सकता है. कालका-शिमला नेशनल हाइवे या चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाइवे जिसे NH-5 के नाम से जाना जाता है. इसके सहारे कालका या चंडीगढ़ से शिमला का जो सफर 3 से 4 घंटे में तय होता है. संपर्क मार्गों से उस सफर को तय करने में दोगुना वक्त लग सकता है.

वैकल्पिक मार्गों के लिए ट्रैफिक किया गया डाइवर्ट

संपर्क मार्गों में ट्रैफिक जाम-चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाइवे पर सेब, टमाटर और नाशपाती से लदे 100 से अधिक ट्रक फंसे हुए हैं. मंगलवार रात से ही करीब 15 से 20 बसें हाइवे पर फंस गई थीं. बुधवार को प्रशासन ने कुछ देर के लिए हाइवे को छोटी गाड़ियों को निकालने के खोल दिया था लेकिन बारिश के बाद शाम 4 बजे इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. अब सभी वाहनों को संपर्क मार्गों से जाना होगा. शिमला तक पहुंचाने वाले संपर्क मार्ग सिंगल या डबल लेन हैं ऐसे में एनएच-5 बंद होने के कारण अब और भी ट्रैफिक इन संपर्क मार्गों की ओर डाइवर्ट किया गया है. जिससे वहां जाम लगना तय है.

कालका-शिमला नेशनल हाइवे पर सेब, टमाटर से भरे ट्रक

नेशनल हाइवे-5 के बंद होने के कारण दूध, ब्रैड, अखबार या अन्य जरूरी चीजों की सप्लाई भी संपर्क मार्गों से ही की जाएगी. प्रशासन के मुताबिक हाइवे को फिलहाल दो दिन के लिए बंद किया गया है और बारिश बंद होने के बाद मौके का जायजा लेने के बाद सड़क से मलबा हटाने और मरम्मत कार्य शुरू होगा.

नेशनल हाइवे-5 पर 50 मीटर सड़क ढह गई है

ये भी पढ़ें:Shimla Landslide: शिमला किसान भवन पर भारी लैंडस्लाइड, कमरों में घुसा पत्थर और मलबा, दो गाड़ियां भी दबी

ABOUT THE AUTHOR

...view details