नई दिल्ली: रसायन और उर्वरक मंत्रालय (Ministry of Chemicals and Fertilizers) के तहत आने वाले फार्मास्युटिकल विभाग ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) राजस्थान ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड को राजस्थान सरकार को स्थानांतरित करने के लिए एक कैबिनेट नोट जारी करने का फैसला किया है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'आरडीपीएल (RDPL) को बंद करने के बजाय राजस्थान सरकार को हस्तांतरित करने के लिए मंत्रियों की समिति की मंजूरी मांगी जा रही है. इसके बाद विभाग एक कैबिनेट नोट पेश कर सकता है.'
पिछले साल सरकार ने दो फार्मा पीएसयू को बंद करने और अन्य तीन का विनिवेश करने का फैसला किया था. फार्मास्यूटिकल्स विभाग के पास पांच सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हैं, जिनमें से पहले यह निर्णय लिया गया था कि इंडियन ड्रग्स एंड फ़ार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (IDPL) और RDPL नाम के दो PSU को बंद कर दिया जाए.
सरकार ने घाटे में चल रही हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड (HAL), लाभ कमाने वाली बंगाल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (BCPL) और कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (KAPL) सहित अन्य तीन सार्वजनिक उपक्रमों का रणनीतिक रूप से विनिवेश करने का भी फैसला किया है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने फार्मा पीएसयू को बंद करने और रणनीतिक बिक्री से संबंधित आवश्यक निर्णय लेने के लिए 2019 में मंत्रियों की एक समिति का गठन किया था. अधिकारी ने कहा कि एचएएल को अपनी अधिशेष भूमि की बिक्री से अपनी देनदारियों को पूरा करने के बाद रणनीतिक रूप से विनिवेश करने की आवश्यकता है.
अधिकारी ने कहा, 'एचएएल ने अतिरिक्त भूमि के रूप में 87.7 एकड़ भूमि की पहचान की है, जिसमें से 3.5 एकड़ भूमि ईपीएफओ को 42 करोड़ रुपये की तय की गई कीमत बेची गई है. रणनीतिक निवेश के लिए एचएएल को निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) को संदर्भित करने का प्रस्ताव है.'