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संसद पर हमले की धमकी पर विदेश मंत्रालय ने कहा- 'ऐसे लोगों की विश्वसनीयता नहीं बढ़ाना चाहते'

खालिस्तानी आतंकवादी की संसद पर हमले की धमकी को भारत ने अमेरिका और कनाडा के समक्ष उठाया है. विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी दी है. वहीं, साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राजदूत ने कतर में मौत की सजा का सामना कर रहे आठ पूर्व नौसैनिकों से मुलाकात की है. Khalistani terrorists threat, Indian ambassador met 8 former Navy men, MEA Spokesperson Arindam Bagchi

MEA Spokesperson Arindam Bagchi
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 7, 2023, 7:57 PM IST

नई दिल्ली: संसद पर हमले की खालिस्तानी आतंकवादी की धमकी पर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि 'इस मामले को अमेरिकी और कनाडाई अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है.' सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरुपतवंत सिंह पन्नू द्वारा 13 दिसंबर या उससे पहले भारतीय संसद पर हमला करने की धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र ने गुरुवार को कहा, 'हालांकि वह इस मामले को बहुत अधिक 'प्रमाण' नहीं देना चाहता है. इसे अमेरिकी और कनाडाई अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है.'

13 दिसंबर को या उससे पहले संसद पर हमला करने की पन्नू की हालिया धमकी पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हम धमकियों को गंभीरता से लेते हैं.' मैं उन चरमपंथियों की खोज के लिए बहुत अधिक विश्वसनीयता नहीं बढ़ाना चाहता जो धमकियां देते हैं और बहुत अधिक कवरेज प्राप्त करते हैं. दूसरी ओर हमने इस मामले को अमेरिका और कनाडाई अधिकारियों के साथ उठाया है. चरमपंथी और आतंकवादी किसी मुद्दे पर मीडिया कवरेज चाहते हैं.

13 दिसंबर 2001 के संसद हमले में पांच हमलावरों सहित 15 लोग मारे गए थे. खालिस्तानी चरमपंथी की धमकी मौजूदा संसद सत्र के बीच आई है, जिसके लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पन्नू द्वारा धमकी भरा संदेश जारी करने के बाद दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है. भारत फिलहाल अमेरिका में एसएफजे नेता पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम करने वाले एक भारतीय अधिकारी के खिलाफ आरोपों की जांच कर रहा है. नई दिल्ली ने कहा है कि यह चिंता का विषय है और उसने कड़े आरोपों की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है.

'दिल्ली में अफगान दूतावास काम कर रहा है' :वहीं, काफी असमंजस के बीच भारत ने गुरुवार को पुष्टि की कि नई दिल्ली में अफगान दूतावास और मुंबई और हैदराबाद में वाणिज्य दूतावास काम कर रहे हैं, साथ ही कहा कि 'संस्थाओं (तालिबान) की मान्यता पर उसकी स्थिति नहीं बदली है.

साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'नई दिल्ली में अफगान दूतावास और मुंबई और हैदराबाद में वाणिज्य दूतावास काम कर रहे हैं. आप झंडे से देख सकते हैं कि वे किसका प्रतिनिधित्व करते हैं और संस्थाओं की मान्यता पर हमारी स्थिति नहीं बदली है.' पिछले महीने अफगानिस्तान दूतावास ने 'भारत सरकार से लगातार चुनौतियों' के कारण नई दिल्ली में अपने स्थायी बंद की घोषणा की थी.

कतर में मौत की सजा का सामना कर रहे आठ पूर्व नौसैनिकों से मुलाकात की :वहीं, बागची ने जानकारी दी कि कतर में भारतीय राजदूत ने तीन दिसंबर को नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों से मुलाकात की, जिन्हें अक्टूबर में वहां एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. मौत की सजा के खिलाफ अपील पर दो सुनवाई पहले ही हो चुकी हैं.

नौसेना के पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. भारत ने फैसले को 'चौंकाने' वाला करार देते हुए मामले में सभी कानूनी विकल्प तलाशने की प्रतिबद्धता जताई है.

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