नई दिल्ली : मणिपुर की दो महिलाओं को निर्वस्त्र परेड कराने की घटना के बीच गुरुवार को केंद्र ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को नोटिस जारी किया है. मणिपुरी महिलाओं का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसके बाद केंद्र ने मामले की जांच जारी होने के कारण वीडियो को सोशल मीडिया से जल्द से जल्द हटाने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि यह घटना चार मई की है और इस मामले में अब तक एक शख्स की गिरफ्तारी हुई है.
ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई : सूत्रों के मुताबिक, केंद्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को नोटिस जारी किया है. वहीं, मणिपुरी महिलाओं के निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो को लेकर केंद्र ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है. केंद्र का मानना है कि भारत में एक्टिव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भारतीय कानूनों का पालन करना अनिवार्य है. मणिपुरी महिलाओं से दरिंदगी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव और फैल गया है, जिसके बाद केंद्र ने यह नोटिस जारी की.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, ये घटना चार मई को मणिपुर के थौबल जिले में हुई और मामले में अपहरण, गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक के. मेघचंद्र सिंह ने 19 जुलाई को एक बयान में कहा, "4 मई को अज्ञात सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वीडियो के संबंध में, थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में आरोपियों के खिलाफ अपहरण, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया गया था." बयान में कहा गया है कि जांच शुरू हो गई है और राज्य पुलिस सभी दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का पूरा प्रयास कर रही है." पुलिस के बयान को बीजेपी नेता और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने भी ट्वीट किया.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सीएम से की बात : इधर, केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से बात की है. उन्होंने कहा, “मणिपुर की दो महिलाओं के यौन उत्पीड़न का शर्मनाक वीडियो निंदनीय और अमानवीय है. सीएम एन बीरेन सिंह जी से बात की, जिन्होंने मुझे सूचित किया है कि मामले की जांच जारी है और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की पूरी कोशिश की जा रही है."