नई दिल्ली:पूर्वोत्तर क्षेत्र (DoNER) विकास मंत्री जी किशन रेड्डी (G Kishan Reddy) ने ईटीवी भारत से बातचीतमें कहा, कि हम पूर्वोत्तर के सभी आतंकवादी संगठनों से हिंसा का रास्ता छोड़ने और बातचीत के लिए आगे आने की अपील करते हैं. पूर्वोत्तर क्षेत्र के कई स्थानों से सशस्त्र बल (विशेष) अधिकार अधिनियम (AFSPA) को निरस्त करने के कुछ दिनों बाद आया रेड्डी का यह बयान बहुत मायने रखता है.
रेड्डी ने कहा कि हमें पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी उग्रवादी संगठनों के साथ बातचीत करने में खुशी होगी. उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, सरकार ने पूर्वोत्तर के समग्र विकास के लिए पहल की है. रेड्डी ने कहा कि हमने पूर्वोत्तर के कई स्थानों से अफस्पा वापस ले लिया है क्योंकि उन जगहों पर स्थिति सामान्य है. हाल ही में जारी एक गजट अधिसूचना में गृह मंत्रालय ने असम, मणिपुर और नागालैंड के कई स्थानों से AFSPA को निरस्त कर दिया है.
उल्फा से बातचीत:उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों का पालन करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उल्फा-I प्रमुख परेश बरुआ के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू की है. पर्यटन मंत्रालय के भी प्रमुख रेड्डी ने कहा कि हमने पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं. रेड्डी के अनुसार पर्यटन मंत्रालय ने पूर्वोत्तर में 50 स्थलों को व्यू पॉइंट के रूप में चिन्हित किया है. व्यू पॉइट्स की पहचान उनके क्षेत्र और स्थानों के आधार पर की गई है.