बोलपुर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सत्ता में लौटने के लिए 'हिंसा पर निर्भर' रहने का आरोप लगाते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को कहा कि राज्य में 'वर्तमान राजनीतिक हिंसा एवं आतंक के माहौल' पर 'पूर्ण विराम' लगाने के लिए तत्काल केंद्रीय बलों को तैनात किया जाना चाहिए.
अगले साल 2021 में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने की अपील करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि भय एवं हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
विजयवर्गीय ने बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन में यहां संवाददाताओं से कहा कि ममता बनर्जी को मालूम है कि उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है इसलिए वह हिंसा की ताकत पर राज्य में सत्ता में लौटने का प्रयत्न कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग से राज्य में राजनीतिक हिंसा एवं आतंक के माहौल पर पूर्ण विराम लगाने के लिए अभी से ही केंद्रीय बल तैनात करने की अपील करता हूं.
बीजेपी और तृणमूल के बीच जारी है मनमुटाव
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने को लेकर दोनों दलों के बीच टकराव चल रहा है. बृहस्पतिवार को नड्डा जब कोलकाता से दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर जा रहे थे, तब उन पर हमला हुआ था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नड्डा पर भीड़ के हमले को लेकर शनिवार को तीन आईपीएस अधिकारियों की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति मांगी थी. ये तीन अधिकारी भोलानाथ पांडे (डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक, प्रवीण त्रिपाठी (उपमहानिरीक्षक, प्रेसीडेंसी रेंज) और राजीव मिश्रा (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, दक्षिण बंगाल) नौ और दस दिसंबर को पश्चिम बंगाल की यात्रा कर रहे भाजपा अध्यक्ष की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे.
ममता बनर्जी ने किया समन को खारिज
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख को समन जारी कर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के समक्ष पेश होकर नड्डा के काफिले पर हमले के संबंध में स्पष्टीकरण देने को कहा था, लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने उन समन को खारिज कर दिया था. उसके एक दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह कदम उठाया है. रविवार को भाजपा महासचिव ने 24 दिसंबर को विश्व भारती के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल कार्यक्रम के बारे में चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती से भेंट की.
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इस विश्वविद्यालय की आधारशिला 22 दिसंबर, 1918 को शांतिनिकेतन में एक विशेष समारोह में रखी गई थी. बाद में विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से कहा कि गुरूदेव रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वभारती के कुलाधिपति प्रधानंमत्री डिजिटल माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं. हमने तौर तरीकों पर चर्चा की. यह अनौपचारिक बैठक थी.