नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य शेख सज्जाद उर्फ सज्जाद गुल और आशिक नांग्रो को मंगलवार को आतंकवादी घोषित किया. गुल श्रीनगर में 2018 में पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या का षड्यंत्र रचने में शामिल था. आशिक पुलवामा के राजपुरा का रहने वाला है. केंद्र सरकार पिछले एक पखवाड़े में छह लोगों को आतंकवादी घोषित कर चुकी है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि गुल जम्मू कश्मीर में हथियार और गोला-बारूद जब्त होने के एक मामले में फरार चल रहा है और वह लश्कर के समर्थन में जम्मू कश्मीर में नौजवानों को सक्रियता से बरगला रहा है और भर्ती कर रहा है. मंत्रालय ने कहा कि वह आतंकवाद के वित्तपोषण में भी शामिल रहा है. गृह मंत्रालय के अनुसार 14 जून, 2018 को श्रीनगर के व्यस्त प्रेस एन्क्लेव में प्रतिष्ठित पत्रकार बुखारी की उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारियों के साथ हत्या करने के लिए लश्कर के कुछ अन्य सदस्यों के साथ साजिश रचने में गुल शामिल पाया गया था.
गुल की आतंकवादी गतिविधियों को देखते हुए मंत्रालय ने उसे यूएपीए, 1967 (1967 का 37) के तहत आतंकवादी घोषित किया है. गुल श्रीनगर की रोज एवेन्यू कॉलोनी एचएमटी शालतेंग का रहने वाला है. 10 अक्टूबर, 1974 को जन्मा गुल लश्कर का एक कमांडर है. वह केंद्र द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया 37वां शख्स है. गुल को आतंकवादी घोषित किये जाने के साथ कानून प्रवर्तन एजेंसियां अब उसकी संपत्तियों को कुर्क कर सकती हैं और उससे जुड़े किसी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर सकती हैं. सरकार ने आठ अप्रैल को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक एवं 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बेटे हाफिज तल्हा सईद को आतंकवादी घोषित किया था.