नैनीताल (उत्तराखंड): 15 जून को विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करोली के कैंची धाम का 59वां स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. इस अवसर पर धाम में सुबह से ही भक्तों का अपार जन सैलाब उमड़ा है और बाबा के जयकारों से नैनीताल घाटी गूंज उठी है. देश-विदेशी से आए भक्त बाबा नीम करोली के दर्शन कर रहे हैं और आशीर्वाद ले रहे हैं. करीब 3 किलोमीटर तक भक्तों की कतार लगी हुई है. देर शाम तक मेले में करीब 3 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. मंदिर का दरबार रात 8 बजे तक खुलेगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर पाएंगे.
बाबा के दर्शन करने पहुंचे लाखों श्रद्धालु: सुबह 3 बजे से ही भक्तों की भीड़ मंदिर परिसर में जुटने लगी थी. बाबा के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा जा रहा था. लंबी-लंबी लाइनों में श्रद्धालु जय श्री राम और बाबा नीम करोली महाराज के जयकारे लगाते नजर आए. मंदिर कमेटी द्वारा सभी श्रद्धालुओं को मालपुआ के प्रसाद का वितरण किया गया.
वहीं, पूरा दिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगा रहा. एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट ने बताया कि मेला का आयोजन शांति व्यवस्था के बीच चल रहा है. देर शाम तक करीब 3 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचने की उम्मीद के बीच सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है. लोगों को लाइनों में लगा कर बाबा का दर्शन करवाने का काम किया जा रहा है.
पढ़ें-नीम करौली महाराज कैंची धाम का स्थापना दिवस, सीएम धामी ने की दो बड़ी घोषणाएं
सीएम ने की दो बड़ी घोषणाएं:वहीं, इस खास अवसर पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दो बड़ी घोषणाएं की हैं. सीएम ने कहा कि अब तहसील कोश्या कुटोली (नैनीताल तहसील) को कैंची धाम तहसील के नाम से जाना जाएगा. इसके साथ ही धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भवाली सैनिटोरियम से रातीघाट और भवाली सैनिटोरियम से नैनी बैंड के बाईपास सड़क का निर्माण अगले साल तक किया जाएगा. कोशिश रहेगी कि अगले साल कैंची धाम के स्थापना दिवस से पहले ही ये कार्य हो जाए.
भक्त दर्शन के साथ-साथ लोगों की कर रहे सेवा:नीम करोली महाराज की तपोस्थली पर हर साल 15 जून को मेले का आयोजन होता है, क्योंकि इस दिन कैंची धाम का स्थापना दिवस मनाया जाता है. बाबा नीम करोली ने आज ही के दिन कैंची धाम की स्थापना की थी. लिहाजा लोग इस मौके पर बाबा नीम करोली के दर्शन के साथ-साथ लोगों की सेवा भी करते हैं, ताकि बाबा नीम करोली द्वारा बताए गए सेवा के भाव को अपने जीवन में उतार सकें.