नई दिल्ली:दिल्ली में अन्ना आंदोलन से जन्मी आम आदमी पार्टी को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है. इस ऐलान के बाद पार्टी कार्यकर्ता बेहद उत्साहित है और उसके कार्यकर्ता लगातार जश्न मना रहे हैं. मंगलवार को दिल्ली के आईटीओ स्थित पार्टी कार्यालय में जश्न मनाया गया. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
केजरीवाल ने कहा कि आज हमें खुशी हो रही है कि इतने कम दिनों में हमारी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है. यह हमारी जीत नहीं बल्कि आम आदमी की जीत है. आम आदमी पार्टी ने दिखा दिया है कि चुनाव बिना पैसों के भी जीते जाते हैं. आज आम आदमी पार्टी दफ्तर में हम सभी कार्यकर्ताओं और लोगों का धन्यवाद करते हैं. केजरीवाल ने अपने आलोचकों को भी तहेदिल से बधाई दी. उन्होंने कहा, जब हमने पार्टी शुरू की थी तब पैसे नहीं थे, लोग नहीं थे, अब भी पैसे नहीं थे लेकिन आदमी बहुत हैं.
उन्होंने कहा कि देश की अन्य सभी पार्टियां कहती थीं कि चुनाव लड़ने के लिए पैसा होना चाहिए. इसलिए हमें बेईमानी करनी पड़ती है, लेकिन हमने दिखाया कि ईमानदारी से एक सफल और ईमानदार सरकार बनाई जा सकती है. बल्कि ईमानदारी से ही सफल सरकार चलाई जा सकती है. हम सबका सपना है कि भारत दुनिया में नं. 1 देश बने. लगता है शायद ये काम भगवान मुझसे ही कराना चाहता है. हमारी 2 राज्यों में सरकार हैं. गुजरात के चुनाव में भी हमने काफी अच्छी परसेंटेज वोट हासिल किए. हमारे 5 विधायक जीते और आने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी और देश की जनता भी यही चाहती है एक कट्टर ईमानदार देश के शासन को चलाएं.
सिसोदिया और जैन की खल रही कमीः उन्होंने कहा कि इतने बड़े अवसर पर सिर्फ दो व्यक्तियों की कमी खल रही है और वो हैं हमारे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन. इन दोनों की कमी आज हमें काफी खल रही है, लेकिन हमें उम्मीद है कि सच्चाई की जीत होगी और दोनों जल्द जेल से बाहर आएंगे. CM ने कहा कि आज सोचता हूं तो लगता है कि हमारी कोई औकात नहीं, लेकिन हम कहां से कहां पहुंच गए. इसका मतलब भगवान हमसे देश के लिए कुछ करवाना चाहता है. केजरीवाल ने कहा कि जैन साहब का कसूर था कि जो भी इस देश में पैदा हो उसे अच्छी और मुफ्त स्वास्थ्य सेवा और मुफ्त दवा मिले, लेकिन सारी राष्ट्रविरोधी ताकतें उनके खिलाफ हो गई और उन्हें जेल में डाल दिया गया.