नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की मतगणना में अनियमितता संबंधी विपक्षी दलों के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देता और आखिर फैसला जनता के हाथ में होता है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पहले ही इन सारी चीजों पर जवाब दे चुके हैं. निर्वाचन आयोग ने भी 10 नवंबर को चार बार संवाददाता सम्मेलन किए थे. जिनमें मतगणना की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर प्रतिक्रिया दी गई थी.
अरोड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि हम राजनीतिक संगठनों की ओर से की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देते. यह उनका फैसला है, उन्होंने क्या कहा और क्यों कहा. आखिरी फैसला लोगों के हाथ में होता है.
बिहार में 'धीमी गति से मतगणना' संबंधी आरोप पर मुख्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दूरी संबंधी नियम के अनुपालन में हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1,000 तक सीमित की गई थी. जिस कारण 33 हजार मतदान केंद्र बढ़ गए. इस बार बिहार में एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए थे.