CDS अनिल चौहान ने रखी अमर जवान ज्योति की आधारशिला देहरादून (उत्तराखंड):राजधानी दून के गुनियाल गांव में निर्माणाधीन सैन्य धाम अमर जवान ज्योति की आधारशिला रखी गई. उत्तराखंड में बन रहे इस पांचवें धाम में प्रदेश के 1734 शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को डाला गया. प्रदेश के सभी 13 जिलों की 28 प्रमुख नदियों से एकत्रित पवित्र जल भी अमर जवान ज्योति के मुख्य स्तंभ की आधारशिला में अर्पित किया गया. बता दें कि, सैन्य धाम के मुख्य गेट का नाम देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जाएगा. इस मौके पर उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह और चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान मौजूद रहे.
सैन्य धाम में अमर जवान ज्योति का शिलान्यास: अमर ज्योति जवान की आधारशिला में उत्तराखंड के तकरीबन 1734 शहीदों के आंगन से लाई गई मिट्टी डाली गई है. इसके साथ ही उत्तराखंड की पवित्र नदियों के जल का छिड़काव इस आधारशिला में किया गया है. आपको बता दें कि उत्तराखंड में मौजूद चारों धामों की तर्ज पर सैनिक धाम को पांचवें धाम के रूप में विकसित किया जा रहा है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह परिकल्पना है, जिसे उत्तराखंड सरकार द्वारा धरातल पर उतार कर साकार किया जा रहा है. बता दें कि, इससे एक दिन पहले प्रदेश की पवित्र नदियों से लाया गया जल देहरादून पहुंचा था. राजधानी पहुंचने पर फूलों की वर्षा के साथ यात्रा का पहले रिस्पना पुल और फिर घंटाघर पर स्वागत किया गया.
शहीदों की वीर नारियों का हुआ सम्मान: सोमवार को सैनिक धाम में अमर जवान ज्योति की आधारशिला के मौके पर देश के सीडीएस जनरल अनिल चौहान, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, उत्तराखंड के सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक खजान दास और पूर्व सैनिक और शहीद सैनिकों के परिवार के लोग मौजूद रहे. वहीं इस कार्यक्रम के दौरान अमर शहीदों की वीर नारियों को भी सम्मानित किया गया.
अमर जवान ज्योति की आधारशिला में शहीदों के आंगन की मिट्टी और नदियों का जल: इस मौके पर सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि ये दिन उनके लिए गर्व का दिन है कि वो अमर जवान ज्योति की स्थापना में शामिल हो सके हैं. चौहान ने कहा कि देश में कई युद्ध स्मारक लेकिन पहली बार आध्यात्मिक रूप से किसी स्थल को बनाया जा रहा है.
शहीद सैनिकों की वीर नारियों को मिला सम्मान.
पढ़ें-लोकसभा चुनाव से पहले पूरा हो जाएगा देवभूमि के पांचवें धाम का काम, जानें इसकी खासियत वहीं, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने इस मौके पर कहा कि पवित्र नदियों के जल को अमर जवान ज्योति के मुख्य स्तंभ की आधारशिला में अर्पित किया गया है. गणेश जोशी ने कहा कि पूरे देश के विभिन्न स्मारकों का अध्ययन करने के बाद सैन्य धाम का निर्माण हो रहा है. भारतीय सेना में जिन दो सैनिकों बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह की पूजा होती है, उनके मंदिर भी सैन्य धाम में बन रहे हैं.
धाम में सैनिकों के हथियार भी रखे जाएंगे.
कहां बन रहा है सैन्य धाम:देहरादून के गुनियाल गांव में 4 हेक्टेयर भूमि पर उत्तराखंड के भव्य सैनिक धाम का निर्माण हो रहा है. बताया जा रहा है अगले साल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले नवंबर 2023 तक ये कार्य पूरा हो जाएगा. इस सैन्य धाम के लिए सबसे अलग डिजाइन रखा गया है. देशभर में भ्रमण करने के बाद सभी सैनिक धामों की विशेषताओं को इसमें शामिल किया गया है.
धाम के लिए लाया गया पवित्र नदियों का जल.
पढ़ें-अल्मोड़ा से सैन्य धाम के लिए भेजा गया पवित्र नदियों का जल, शहीदों के सम्मान में नारे भी लगाए यहां 6 बड़े निर्माण कार्य हो रहे हैं. सबसे महत्वपूर्ण है मुख्य स्तंभ, जहां पर आज (3 जुलाई) अमर जवान ज्योति की आधारशिला रखी गई है. अमर ज्योति जवान के मुख्य स्तंभ का सर्कल तकरीबन 63 मीटर का है. वहीं, सेना में देवता की उपाधि रखने वाले बाबा जसवंत सिंह और बाबा हरदेव सिंह के मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही एक ओपन एयर थिएटर और म्यूजियम ऑडिटोरियम जैसे बड़े निर्माण हो रहे हैं.