बेंगलुरु :सीडी मामले में कथित रूप से संलिप्त पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली के खिलाफ आज विपक्ष पार्टी ने प्रवर्तन निदेशालय का रूख किया. इस मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि सीडी मामले में कथित रूप से हुए करोड़ों रुपये के लेनदेन की जांच करायी जाए.
उन्होंने आरोप लगाया है कि इस बयान के सार्वजनिक होने के बावजूद प्रवर्तन निदेशालय और आईटी की तरफ से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए प्रवर्तन निदेशालय में इसकी शिकायत दर्ज कर मामले में कार्रवाई की मांग की है.
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली की कथित संलिप्तता वाले सेक्स स्कैंडल को लेकर लगातार तीसरे दिन बुधवार कर्नाटक विधानसभा में शोर शराबे के बीच वित्त विधेयक पारित किए गए.
विपक्षी कांग्रेस के सदस्य विपक्ष के नेता सिद्धरमैया के नेतृत्व में सोमवार से ही आसन के समीप आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके साथ ही सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं. उनकी मांग है कि अदालत की निगरानी में सेक्स स्कैंडल की जांच करायी जाए और जरकिहोली पर बलात्कार का मामला दर्ज किया जाए.
उन्होंने उन छह मंत्रियों के इस्तीफे की भी मांग की जो, अपने बारे में किसी भी असत्यापित खबर के प्रकाशन/प्रसारण के विरूद्ध अदालत से स्थगन हासिल करने के लिए अदालत पहुंचे हैं. विपक्षी सदस्यों ने कहा कि वे (ये मंत्री) नैतिक रूप से अयोग्य हैं.
विपक्षी सदस्यों द्वारा लगातार बाधा डाले जाने के बीच मुख्यमंत्री ने बजट चर्चा पर जवाब देते हुए कहा कि लोग सारी चीजें देख रहे हैं और वे आने वाले दिनों में उन्हें सबक सिखायेंगे.
सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सदस्य सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए आसन के समीप पहुंच गए. वरिष्ठ भाजपा विधायक के जी बोपैया ने कहा, क्या सरकार मुख्य न्यायाधीश को ऐसा पत्र लिख सकती है? न्यायिक जांच भिन्न विषय है.