कटिहार गोलीकांड पर बड़ा खुलासा कटिहार:बिहार के कटिहार में बिजली विभाग के खिलाफ लोगों में रोष था और सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी बुधवार को प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान भीड़ उग्र हो गई जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग कर दी. घटना में तीन लोगों की गोली लगने से मौत हुई है जबकि पुलिस ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. अब इस मामले में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने दावा किया है कि पुलिस की गोली से नहीं बल्कि अज्ञात युवक की गोली से दो लोगों की मौत हुई थी.
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'पुलिस की गोली से नहीं हुई युवकों की मौत': प्रेस कांफ्रेंस करते हुए डीएम रवि प्रकाश और एसपी जितेन्द्र कुमार ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई थी. एसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि किसी अज्ञात ने गोली चलायी थी. गोली लगने से मौत मामले में पुलिस की कोई गलती नहीं है. पुलिस की गोली से युवकों की मौत नहीं हुई है.
"जिन दो लोगों को पुलिस फायरिंग का शिकार बताया जा रहा है, असल में वे पुलिस की फायरिंग में नहीं बल्कि असामाजिक तत्वों ने पीड़ितों को गोलियां दागी थी. इस बाबत सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया है. आप देख सकते हैं कि कैसे एक अज्ञात युवक आता है और दो युवकों को गोली मारकर फरार हो जाता है. हम अज्ञात की पहचान करने में जुटे हैं."-जितेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक
सीसीटीवी से नए तथ्य आए सामने: एसपी ने आगे कहा कि प्रदर्शनकारी खुर्शीद और सोनू की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है. घटनास्थल में मौजूद सीसीटीवी से नए तथ्य सामने आए हैं. पुलिस वालों और मृतकों के बीच काफी दूरी थी. जिसने गोली चलाई है उसकी तस्वीर कैमरे में कैद हो गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
'अज्ञात युवक ने चलाई थी गोली..CCTV में कैद हुई तस्वीर': प्रशासन की ओर से बताया गया कि एक लड़का जिधर खुर्शीद गिरा था और उस ओर से सीधा आता दिख रहा है. चन्द पलों बाद वह दो युवकों को गोली मारता है और आगे निकल पड़ता है. भीड़ का फायदा उठाकर कुछ आपराधिक तत्व के लोग पूरी तरह योजना बनाकर बारसोई का माहौल खराब करने की साजिश करने में जुटे थे. एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि बारसोई थाना में इस मामले को लेकर 41 नामजद और 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
"बिजली कार्यालय और घटनास्थल जहां दोनों युवकों के शव गिरे थे, काफी दूरी थी. वहां से फायरिंग करने पर गोली लगने से मौत होना मुमकिन नहीं था पुलिस द्वारा फायरिंग करने का जो वीडियो चलाया जा रहा है वह गलत है. पुलिस ने विद्युत कार्यालय के परिसर में हवाई फायरिंग की थी लेकिन मृत्यु की घटना काफी दूर हुई और वहां एक ट्री लाइन है."- रवि प्रकाश, डीएम
मामले में एफआईआर दर्ज :वहीं डीएम और एसपी ने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और मुख्यालय को इससे जुड़ी सारी रिपोर्ट भेजी जाएगी. पूरे मामले में नए फैक्ट निकलकर सामने आए हैं. साथ ही उन्होंने मीडिया से भी अपील की है कि बिना जांचे परखे कोई भी वीडियो ना दिखाएं. ऐसा करने से लोगों की भावना को कुठराघात पहुंचता है और समाज में इसका गलत संदेश जाता है. डीएम ने कहा कि पहले जो वीडियो चलाया जा रहा था उसमें आवाज आती है कि गोली चला दिया.. अरे मर गया. फिर आवाज आती है कहां मरा है. इसपर कहा जा रहा है अरे ऐसा कहा जाता है.