मेरठ :चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से ज्वैलरी डिजाइनिंग का कोर्स शुरू किया गया है. छात्र-छात्राएं इसमें दाखिला ले सकते हैं. इंटरमीडिएट पास छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं. प्रदेश में पहली बार इस तरह के खास कोर्स को तैयार किया गया है. इसके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. इस क्षेत्र में रोजगार की भी काफी संभावनाएं हैं.
डिजाइनिंग का मिलेगा प्रशिक्षण :बता दें कि मेरठ को स्वर्ण नगरी के नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में काफी समय से ज्वैलरी डिजाइनिंग से जुड़े कोर्स की मांग की जा रही थी. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से इस पर ध्यान दिया गया है. किसी भी बोर्ड से इंटरमीडिएट पास छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में चौधरी चरण विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी मितेंद्र गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय ने खास कोर्स के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी संस्थान से MOU किया है. उन्होंने बताया कि कोर्स के दौरान डिजाइनिंग से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
मेरठ का ज्वैलरी कारोबार अरबों का :मेरठ का ज्वैलरी मार्केट का सालाना टर्नओवर अरबों रुपए का है. यहां के ज्वैलरी आइटम देशभर में प्रसिद्ध हैं. यहां से विदेश भी ज्वैलरी भेजी जाती है. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर संगीता शुक्ला ने बताया कि चौधरी विश्वविद्यालय ने मौजूदा समय की जरूरतों को देखते हुए यहां ज्वैलरी डिजाइनिंग का कोर्स शुरू किया गया है. विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी मितेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है कि विश्वविद्यालय ने इस कोर्स के लिए कुल 50 सीट निर्धारित की हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत इस पाठ्यक्रम को आधुनिक ढंग से तैयार किया गया है.
एक से लेकर तीन साल तक के हैं कोर्स :इस कोर्स की फीस प्रथम वर्ष में 87,000 रुपए, अगर स्टूडेंट एक वर्ष का कोर्स करना चाहते हैं तो उन्हें विश्वविद्यालय की तरफ से डिप्लोमा दिया जाएगा. जबकि इसी तरह दो साल के कोर्स के लिए 85,000 रुपए और देने होंगे. ऐसे स्टूडेंट्स को एडवांस डिप्लोमा दिया जाएगा. वहीं जो स्टूडेंट्स तीन वर्ष की पढ़ाई इस क्षेत्र में करना चाहते हैं. उन्हें दो साल की फीस के अलावा तीसरे साल 80 हजार रुपये और देने होंगे. ऐसे छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी.