नई दिल्लीःकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दसवीं की परीक्षा परिणाम को लेकर मार्क्स पॉलिसी जारी कर दी है. इसमें जारी दिशा निर्देश के तहत परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए एक रिजल्ट कमेटी का गठन किया जाएगा. इस रिजल्ट कमेटी में प्रिंसिपल सहित सात शिक्षक होंगे जो रिजल्ट फाइनल करेंगे. वहीं यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह पूरी तरह से रिजल्ट कमेटी की जिम्मेदारी होगी कि वह सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए निष्पक्ष परीक्षा परिणाम तैयार करें, जिसमें किसी भी छात्र के साथ किसी तरह की नाइंसाफी ना हो.
सात सदस्यीय समिति करेगी परीक्षा परिणाम तैयार
वहीं सीबीएसई द्वारा जारी दिशा निर्देशों में इस समिति के गठन को लेकर कुछ नियम भी बताए गए हैं. नियम के तहत इस कमेटी की अध्यक्षता स्कूल का प्रिंसिपल करेगा. वहीं 7 शिक्षकों में से 5 शिक्षक उसी स्कूल के होंगे जिन्हें अपने अकादमिक विषयों की पूरी जानकारी होगी. गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और 2 भाषाओं के शिक्षक इसमें शामिल होंगे. इसके अलावा 2 शिक्षक पड़ोस के स्कूल से को-ऑप्ट किए जाएंगे.
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वहीं को-ऑप्ट किए गए शिक्षकों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि परीक्षा परिणाम बनाते समय वह पूरी तरह से नियमों को लेकर सख्त होने चाहिए. जिन शिक्षकों को को-ऑप्ट किया जाएगा, वह सीबीएसई द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों में दसवीं के शिक्षक होने चाहिए. इसके अलावा दोनों स्कूलों के बीच शिक्षकों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक रहेगी. साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि बाहर से बुलाए गए शिक्षक एक ही प्रबंधन समिति की नहीं होनी चाहिए.
साथ ही कहा गया है कि बाहर से आने वाले शिक्षकों का स्कूल में पढ़ने वाले किसी भी छात्र से किसी भी तरह का संबंध नहीं होना चाहिए, जिससे परीक्षा परिणाम प्रभावित हो. साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा परिणाम तैयार करने वाले समिति के किसी भी शिक्षक का छात्र उस स्कूल में नहीं होना चाहिए. हालांकि सीबीएसई यदि चाहे तो खुद भी दो बाहरी सदस्य अप्वॉइंट कर सकती है.