नई दिल्ली :कोरोना महामारी के कारण सीबीएसई बोर्ड (CBSE board) परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लिया गया, जिसके बाद इस बात को लेकर छात्रों और अभिभावकों के बीच कौतूहल है कि आखिर बोर्ड अब छात्रों का मूल्यांकन कैसे करेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने जब से परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा की है, तभी से इस बात पर चर्चाएं जारी हैं. मूल्यांकन किस प्रकार हो इसे लेकर विशेषज्ञों ने अपने सुझाव भी दिए हैं.
बुधवार को हो सकती है घोषणा
सीबीएसई की ओर से इस संबंध में घोषणा सोमवार को संभावित थी लेकिन अब जानकारी आ रही है कि बुधवार को CBSE उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा तैयार की गई मार्किंग स्कीम की घोषणा कर सकती है. छात्रों को किस तरह मार्क्स दिए जाएंगे इसका पूरा विवरण CBSE की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा.
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने भी दिए हैं सुझाव
आरएसएस से सम्बद्ध शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने भी शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर 12वीं बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन पर दो प्रस्ताव प्रेषित किए हैं. न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने कहा कि हमने इस संबंध में शिक्षा मंत्री, विद्यालय शिक्षा सचिव अनिता करवाल और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी को पत्र लिख कर कहा कि परीक्षा के मूल्यांकन में 10वीं व 11वीं के परिणामों के अंकों का भारांश रखा जाना चाहिए.
इसके लिए 10वीं के 30%, 11वीं के 20% तथा 12वीं के 50% अंकों का समावेश कर मूल्यांकन किया जाना चाहिए.
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के द्वारा दूसरा सुझाव है कि कक्षा 10 वीं के 20%, 11वीं के 20% तथा 12वीं के 60% सूत्र के आधार पर भी विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जा सकता है.