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सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के लिये विशेष मूल्यांकन योजना घोषित, जानिए क्या होंगे बदलाव - CBSE session divided into 2 terms

सीबीएसई ने 2021-22 सत्र की 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाओं के लिये विशेष मूल्यांकन योजना घोषित कर दी है. सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2022 को लेकर बोर्ड ने कहा है कि पहली परीक्षा नवंबर-दिसंबर में जबकि दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल में होगी.

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में मूल्यांकन
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में मूल्यांकन

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Published : Jul 5, 2021, 8:41 PM IST

Updated : Jul 5, 2021, 10:20 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 2022 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बोर्ड ने कहा है कि अकादमिक सत्र को 50 -50 प्रतिशत पाठ्यक्रम के अनुसार दो भागों में विभाजित किया जाएगा.

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2022 को लेकर बोर्ड ने कहा है कि पहली परीक्षा नवंबर-दिसंबर में जबकि दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल में होगी. सीबीएसई ने कहा है कि 2021-22 में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रमों को युक्तिसंगत बनाया जाएगा, जुलाई के अंत तक इसे अधिसूचित भी किया जाएगा.

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के लिये विशेष मूल्यांकन योजना घोषित

2022 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं की योजना पर सीबीएसई ने कहा है कि आंतरिक मूल्यांकन तथा परियोजना कार्यों को और अधिक विश्वसनीय व वैध बनाने के प्रयास जारी रहेंगे. बोर्ड ने 2021-22 शिक्षण सत्र के पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने और आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट आदि को अधिक 'विश्वसनीय' और 'वैध' बनाने संबंधी योजना की भी घोषणा की है.

सीबीएसई के निदेशक (शिक्षण) जोसेफ इमैनुएल ने कहा, 'शिक्षण सत्र 2021-22 के लिए पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत तरीके से दो टर्म में बांटा जाएगा, इसके लिए विषयों के विशेषज्ञों की सहायता ली जाएगी.' उन्होंने कहा, 'पाठ्य्रकम को दो हिस्सों में बांटे जाने के आधार पर प्रत्येक टर्म के अंत में बोर्ड परीक्षाएं कराएगा. शिक्षण सत्र के अंत में बोर्ड द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कराने की संभावनाओं को बढ़ाने के लक्ष्य से ऐसा किया गया है.' बोर्ड परीक्षा 2021-22 के पाठ्यक्रम को जुलाई 2021 में अधिसूचित अंतिम शिक्षण सत्र के लिहाज से युक्तिसंगत बनाया जाएगा.

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के लिये विशेष मूल्यांकन योजना घोषित (पेज-2)

इमैनुएल ने कहा, 'आंतरिक मूल्यांकन, प्रायोगिक, परियोजना कार्यों को अधिक विश्वासनीय और दिशा-निर्देशों के अनुसार वैध बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे और निष्पक्ष तरीके से अंक दिए जाने के लिए बोर्ड द्वारा नीति की घोषणा की जाएगी.'

बोर्ड द्वारा यह योजना कोविड महामारी की वजह से लाई गई है जिसके कारण पिछले साल कुछ विषयों की बोर्ड परीक्षा और इस वर्ष संपूर्ण बोर्ड परीक्षा को रद्द करना पड़ा है.

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Last Updated : Jul 5, 2021, 10:20 PM IST

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