हरिद्वार: महंत नरेंद्र गिरि मौत से जुड़े मामले में छानबीन करने के लिए बीते दिन सीबीआई की टीम आनंद गिरि के साथ हरिद्वार स्थित उनके आश्रम पहुंची. यहां आनंद गिरि ने मीडिया को देखते ही कहा कि परेशान होने की जरूरत नहीं है. सीबीआई जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी. इससे पहले गिरफ्तारी के दौरान आनंद गिरि ने सत्यमेव जयते कहा था. वहीं सीबीआई की 8 घंटे चली पूछताछ के दौरान हरिद्वार के एक कारोबारी को भी आश्रम में बुलाया गया. हालांकि, कारोबारी से केवल 20 मिनट ही सीबीआई ने पूछताछ की. कारोबारी का कहना है कि उन्होंने 1 महीने पहले आनंद गिरि को एक मोबाइल बेचा था, जिस कारण सीबीआई ने उन्हें बुलाया है. अब सीबीआई की टीम आनंद गिरि को लेकर देहरादून रवाना हो गई है. 1 बजे बाद टीम प्रयागराज के लिए रवाना होगी.
क्या रहा घटना क्रम: सबसे पहले सीबीआई टीम आनंद गिरि को प्रयागराज से लेकर शाम 5:30 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची. वहां से सीबीआई आनंद गिरि को कार से लेकर हरिद्वार श्यामपुर स्थित उनके आश्रम शाम 7:05 बजे पहुंची. शाम करीब 7 बजे सीबीआई की टीम के लगभग 12 सदस्य चार इनोवा गाड़ियों में सवार होकर जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से सीधे आनंद गिरि के आश्रम गंगा विक्रम आश्रम पहुंचे, सीबीआई की टीम के पहुंचने पर आश्रम में लगी हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की सील को प्राधिकरण के कर्मचारियों द्वारा हटाया गया. उसके बाद सीबीआई की टीम के सभी सदस्य आश्रम में प्रवेश कर गए.
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आश्रम की लाइट जुड़वाई:आश्रम में लाइट कटी होने के चलते केबल मंगवाकर इलेक्ट्रीशियन के माध्यम से लाइट आपूर्ति बहाल करवाई गई. उसके बाद सीबीआई की छानबीन का सिलसिला शुरू हुआ, जो लगभग 8 घंटे तक चला. सीबीआई की टीम के हरिद्वार पहुंचने की सूचना पर सीओ सिटी अभय सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल आश्रम के बाहर तैनात रहा. बता दें, कि नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद आनंद गिरि के आश्रम को हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने सील कर दिया था.