नई दिल्ली :केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नीदरलैंड में स्थित कंपनी बल्लारपुर इंटरनेशनल होल्डिंग्स (बीआईएच) बीवी के खिलाफ 151 करोड़ रुपये के कथित बैंक घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. अवंता इंटरनेशनल एसेट्स बीवी द्वारा प्रवर्तित यह कंपनी बल्लारपुर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (बीआईएलटी) की सहायक कंपनी के रूप में कार्य करती है, जो गौतम थापर द्वारा प्रवर्तित अवंता समूह के तहत एक कागज निर्माण प्रतिष्ठान है. थापर कथित तौर पर यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर से जुड़े एक अलग मामले में जांच का सामना कर रहे हैं.
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प्राथमिकी में थापर और अवंता समूह को आरोपी के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया है. अधिकारियों ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा कि बीआईएच की अपनी कोई परिचालन गतिविधि नहीं थी. इसकी आय पूरी तरह से ब्याज व कंपनियों के समूह से अर्जित लाभांश से प्राप्त होती थी. अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के जरिए कुल 151 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी की गई. जांच में सामने आया कि शुरुआत में, 16 दिसंबर, 2010 को, आईडीबीआई बैंक ने बीआईएच को 60 मिलियन अमरीकी डालर का विदेशी मुद्रा ऋण स्वीकृत किया था. जिसे बाद में कंपनी ने चुका दिया था.
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बैंक ने अपनी शिकायत में कहा कि इसके बाद, सितंबर 2015 में, एक बहु बैंकिंग व्यवस्था के तहत, बैंक द्वारा 20 मिलियन रुपये का एक और ऋण स्वीकृत किया गया, जिसका उद्देश्य BIH को एक इंटरकंपनी ऋण देकर डाउनस्ट्रीम निवेश की सुविधा प्रदान करना था. इसके बाद, सितंबर 2015 में, एक बहु बैंकिंग व्यवस्था के तहत, बैंक द्वारा 20 मिलियन रुपये का एक और ऋण स्वीकृत किया गया, जिसका उद्देश्य BIH को एक इंटरकंपनी ऋण देकर डाउनस्ट्रीम निवेश की सुविधा प्रदान करना था.