लखनऊ: उमेश पाल अपहरण कांड में माफिया अतीक अहमद से दोस्ती निभाने वाले सीबीआई डीएसपी पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, यूपी अभियोजन विभाग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग से सीबीआई के डीएसपी अमित कुमार की शिकायत की है. डीएसपी अमित कुमार पर आरोप है कि उन्होंने कोर्ट में उमेश पाल को राजू पाल हत्याकांड का गवाह न होना और उनके अपहरण में अतीक का हाथ न होना बताया था.
यूपी सरकार के अभियोजन विभाग द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजे गए शिकायती पत्र में लिखा गया है कि, सीबीआई के डिप्टी एसपी अमित कुमार एक लोक सेवक हैं, उनके द्वारा मुलजिम की तरफ से बचाव साक्षी के रूप में कानून के खिलाफ काम करते हुए पीड़ित के सबूत को नुकसान पहुंचाने और केस को प्रभावित करने के मकसद से गलत भावना के साथ काम किया गया है.
यह पूरी तरह कानून के खिलाफ और गलत है, जो बेहद गंभीर मामला है और संज्ञान लेने लायक है. ऐसा करना इसलिए भी जरूरी है ताकि भविष्य में सीबीआई के इस आरोपी अफसर की ऐसी भूमिकाओं पर अंकुश लगाया जा सके. अभियोजन विभाग ने शिकायत करते हुए लिखा है कि अमित कुमार पर कार्रवाई इसलिए भी जरूरी है जिससे लोकसेवकों द्वारा भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न की जा सके.
कोर्ट में अतीक के पक्ष में गवाही देने पहुंचे थे सीबीआई अफसर : वर्ष 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की प्रयागराज में ही हत्या हो गई थी. हत्या का आरोप अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ पर लगा था. इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश हुए और डीएसपी अमित कुमार इस केस के जांच अधिकारी बनाए गए. वर्ष 2007 में उमेश पाल का अपहरण हो गया और इसका भी आरोप अतीक पर लगा था.