मुंबई :महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एफआईआर दर्ज करने के बाद उनके घर समेत लगभग 10 स्थानों पर छापे मारे और बाद में उन्हें नागपुर में हिरासत में ले लिया. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक अधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.
सीबीआई टीमों ने पीपीई किट पहने, देशमुख के घर और मुंबई, ठाणे और पुणे के अन्य परिसरों में छापेमारी की. 14 अप्रैल को मुंबई में सीबीआई द्वारा 8 घंटे तक पूछताछ करने के बाद देशमुख से शनिवार को दोबारा पूछताछ करने की संभावना थी.
सीबीआई की कार्रवाई पिछले महीने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर हो रही है.
सीबीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, 'सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की है और विभिन्न स्थानों पर खोज चल रही है.'
भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत एफआईआर में सीबीआई ने देशमुख और कम से कम 5 अन्य लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है, जिन पर आरोप है कि पूर्व गृह मंत्री ने एक पुलिस अधिकारी को होटल व्यवसायियों और अन्य स्रोतों से प्रति माह 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था.
सत्तारूढ़ महा विकास अघाडी (एमवीए) के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक और मंत्री हसन मुश्रीफ के अलावा कांग्रेस प्रवक्ता डॉ राजू वाघमारे ने इस कार्रवाई को 'राजनीति से प्रेरित' और 'केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग' करार दिया और राज्य सरकार की छवि को खराब करने का आरोप लगाया.