नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के निदेशक सुबोध जायसवाल ने गुरुवार को वैश्वीकृत अपराध परिदृश्य में पुलिस एजेंसियों के बीच अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया. 'इंटरपोल यंग ग्लोबल पुलिस लीडर्स प्रोग्राम' के समापन सत्र को संबोधित करते हुए जायसवाल ने कहा कि युवा पुलिस अधिकारियों को एक व्यापक अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के साथ नेतृत्व की गुणवत्ता आत्मसात करनी चाहिए.
मुंबई में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में 44 देशों के 59 युवा पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की मेजबानी करने वाली सीबीआई ने एक बयान में कहा, 'एक देश की सीमा पार कर दूसरे देशों में किए जाने वाले अपराध बढ़ने के मद्देनजर एजेंसियों के बीच साझेदारी की जरूरत बढ़ गई है.' इसमें कहा गया है कि सीबीआई के मुताबिक, वैश्विक आपराधिक जांच में विश्वास कायम करने या उसे बरकरार रखने के लिए पहचान का विश्लेषण करने, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को अहमियत देने और वैश्विक नेटवर्क बनाने में इंटरपोल की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी.
कार्यक्रम के दौरान अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षकों और भागीदारों के बीच कानून प्रवर्तन के लिए बढ़ती चुनौतियों, बढ़ते डिजिटल विश्व में अपराध से निपटने में नागरिकों के साथ विश्वास कायम करने पर चर्चा हुई. सीबीआई ने अपने बयान में कहा कि भागीदारों को गणपति उत्सव के दौरान भीड़ के प्रबंधन और मुंबई आतंकी हमले के विशेष संदर्भ में आतंकवाद से निपटने की चुनौतियों के बारे में भी बताया गया.
इससे पहले कार्यक्रम के उद्धाटन अवसर पर इंटरपोल के महासचिव जुरगेन स्टॉक ने कहा था कि इंटरपोल के नोटिसों की प्रामाणिकता की रक्षा समर्पित वकीलों, विशेषज्ञों और एक स्वतंत्र आयोग द्वारा की जाती है. उन्होंने कहा था कि ये तंत्र संगठन के लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है और इससे नोटिस प्रकाशित करने के लिए समय बढ़ता है, फिर भी वे सदस्य देशों के बीच विश्वास प्रदान करते हैं. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग निकाय के पास 'विभिन्न रंगों वाले नोटिसों' की एक श्रृंखला है जिसके माध्यम से सदस्य देशों को भगोड़ों, लापता व्यक्तियों, कार्यप्रणाली, अज्ञात निकायों, खुफिया जानकारी आदि के बारे में सतर्क किया जाता है.
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